Sri Lanka Presidential Election 2024: श्रीलंका में साल 2022 के आर्थिक संकट के बाद आज यानी 21 सितंबर को राष्ट्रपति चुनाव होने जा रहा है। इस चुनाव का रिजल्ट रविवार को आएगा। देश को आर्थिक संकट से बाहर निकालने के अपने प्रयासों की सफलता के आधार पर मौजूदा राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे एक निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर इस चुनाव में खड़े हुए हैं।
आज सुबह 7 बजे से लेकर शाम के 5 बजे तक 13,400 से ज्यादा मतदान केंद्रों पर मतदान किया जाएगा। शनिवार को होने वाले राष्ट्रपति चुनाव की निगरानी के लिए यूरोपीय संघ (EU) और राष्ट्रमंडल के चुनाव पर्यवेक्षकों का एक ग्रुप श्रीलंका पहुंच चुका है।
अंतरराष्ट्रीय चुनाव निगरानी संगठनों के 116 प्रतिनिधि श्रीलंका पहुंचे
आगामी आम चुनाव की निगरानी के लिए विभिन्न अंतरराष्ट्रीय चुनाव निगरानी संगठनों के 116 प्रतिनिधि श्रीलंका जा चुके हैं। इनमें से 78 पर्यवेक्षक ईयू से हैं। इससे पहले ईयू ने श्रीलंका में 6 बार चुनाव निगरानी की है।
पहली बार मतदान करने का अवसर
कोलंबो में प्रक्रिया पर नजर रख रहे राष्ट्रमंडल पर्यवेक्षक समूह के अध्यक्ष डैनी फॉरे ने कहा कि हम इस चुनाव के महत्व को समझते हैं, क्योंकि साल 2022 में अरागालय आंदोलन के बाद से श्रीलंकाई लोगों को पहली बार मतदान करने का मौका मिल रहा है। हमारी उपस्थिति यहां लोकतांत्रिक मूल्यों और सिद्धांतों के प्रति राष्ट्रमंडल की प्रतिबद्धता को दर्शा रही है।
आर्थिक संकट के बाद पहला राष्ट्रपति चुनाव
साल 2022 के आर्थिक संकट के बाद पहली बार श्रीलंका में आम चुनाव हो रहा है। सुबह 7 बजे से लेकर शाम 5 बजे तक 13,400 से अधिक मतदान केंद्रों पर लोग वोट करेंगे। वहीं, इस चुनाव (Sri Lanka presidential election 2024) के परिणामों का एलान रविवार को किया जाएगा।
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राष्ट्रपति पद की रेस के मुख्य चेहरे
यह चुनाव त्रिकोणीय चुनावी लड़ाई के रूप में देखा जा रहा है। इस चुनाव में विक्रमसिंघे को समोमगी जन बालावेगया (एसजेबी) के मुख्य विपक्षी साजिथ प्रेमदासा (57) और नेशनल पीपुल्स पावर (एनपीपी) के अनुरा कुमारा दिसानायके (56) से कड़ी टक्कर मिलती दिख रही है। विश्लेषकों के अनुसार, श्रीलंका के राष्ट्रपति चुनावों के इतिहास में साल 1982 के बाद पहली बार त्रिकोणीय मुकाबला हो रहा है।