Budaun Murder Case: उत्तर प्रदेश के बदायूं में साजिद नाम के शख्स ने दो मासूम बच्चों की हत्या कर दी एक बच्चे की उम्र 12 साल थी तो दूसरे बच्चे की उम्र में 6 साल। कुछ लोगों ने कहा था कि साजिद ने पैसे मांगे थे क्योंकि उनकी पत्नी बीमार थी और गर्भवती थी लेकिन अब इस मामले में नया मोड़ आ गया है। साजिद की सास का कहना है कि उनकी बेटी ठीक है और उन्हें कोई बीमारी नहीं है अब सवाल उठता है साजिद ने ₹5000 क्यों मांगे जब इस मामले में साजिद की सास से बात की गई तो उन्होंने कहा मुझे नहीं पता। सवाल उठता है क्या साजिद ने प्लानिंग के साथ दो बच्चों की हत्या की थी!
दो बच्चों की हत्या करने वाला साजिद पुलिस एनकाउंटर में मर गया साजिद अपनी पत्नी को बीमार बता रहा था और बहाना बनाकर ₹5000 उधार लेने आया था। प्राप्त जानकारी के मुताबिक साजिद की पत्नी पिछले 15 दिनों से मायके में थी उन्होंने आखिरी बार बुधवार को अपनी पत्नी से बात की थी। इस मामले में जब साजिद की साथ मिस्कीन से बात की तो उन्होंने कहा, ‘साजिद ने बहुत गलत काम किया। उसके मारे जाने से मेरी बेटी की जिंदगी खराब हो गई है। मेरी बेटी ठीक है, उसे कोई बीमारी नहीं है। हमें नहीं पता साजिद ₹5000 क्यों मांग रहा था। किसके लिए मांग रहा था।’
अब इस मामले में कई सवाल उठ रहे हैं, जब साजिद की पत्नी ठीक थी तो फिर साजिद ने ऐसा क्यों किया? क्या यह कोई और मामला है? जिसकी वजह से साजिद ने ऐसा किया। इस मामले पर जब मृतक बच्चों की दादी मनी देवी से बात की गई तो उन्होंने कहा कि साजिद ने उनकी बहू संगीता से कहा था मेरी पत्नी अस्पताल में भर्ती है। मेरे 5 बच्चे खत्म हो चुके हैं। इस बार डिलीवरी के लिए पैसों की समस्या है। इस सवाल के जवाब में संगीता ने फोन पर कहा तुम परेशान मत हो। हम चाय बनाते हैं। इसके बाद साजिद ने कहा हमारा मन नहीं लग रहा। वह ऊपर छत पर चला गया जहां बड़े वाले बच्चों को अपने साथ ले गया और वहीं पर चाकू से उसकी हत्या कर दी। इस घटना के बारे में मृतक बच्चों के पिता विनोद ने कहा कि हमारे उनके साथ कोई दुश्मनी नहीं थी वह नई का काम करता था साजिद और जावेद दोनों सगे भाई थे विनोद का कहना है कि हमें इंसाफ चाहिए जावेद को गिरफ्तार किया जाना चाहिए ताकि पता चल सके। हमारे बेटों को क्यों मारा गया और किसने ये करवाया है।
मीडिया से बात करते हुए बच्चों की मां संगीता ने कहा मैं अपने घर में कॉस्मेटिक की दुकान चलाती हूं, मेरा पार्लर भी है। शाम को साजिद हमारे घर आया था। पहले उसने क्लेचर मांगा, हमने उसे दे दिया। बाद में उसने ₹5000 की मदद मांगी। मैंने पति से बात करके ₹5000 दे दिए। फिर उसने कहा की तबीयत सही नहीं लग रही है। ऐसा कहकर वह छत पर चला गया। छत पर दोनों बच्चे आयुष और युवराज थे। बच्चों की दादी ने कहा साजिद ने पानी के लिए हनी को आवाज़ लगाई। हनी पानी लेकर ऊपर गया। कुछ देर बाद सीखने की आवाज़ें आने लगी। साजिद हाथ में बड़ा सा चाकू लेकर खून से लथपथ नीचे की तरफ आ रहा था।