सावन के महीने में हर साल देश के अलग-अलग हिस्सों में लोग कांवड़ यात्रा निकालते हैं और भगवान शिव पर जल अर्पित करते हैं। ऐसे में 22 जुलाई से सावन का महीना शुरू होने वाला है। इस दौरान दिल्ली और यूपी से निकाली जाने वाली कांवड़ यात्रा पर सभी की निगाहें टिकी होंगी, क्योंकि इससे पहले ही धर्मयुद्ध जो छिड़ चुका है। दरअसल, कांवड़ यात्रा को लेकर कांवड़ रूट पर आने वाले दुकानदारों को अपना नाम और पहचान जाहिर करने के आदेश दिए गए हैं। इसको लेकर सियासत तेज है। चलिए जानते हैं कि कांवड़ यात्रा के कितने रूट होंगे, जिनपर दुकानदार, होटल, ढाबे, रेहड़ी वालों को नेम प्लेट लगानी होगी।
कावड़ यात्रा के कितने होंगे रूट
यूपी में कांवड़ यात्रा को लेकर कुल 3 रूट्स तैयार किए जा रहे हैं। इन रूट्स पर दुकानदारों को अपने नामों को जाहिर करना होगा। पहला रूट होगा पश्चिमी यूपी से हरिद्वार का, यानी मेरठ, सहारनपुर, मुरादाबाद होते हुए हरिद्वार जाने का रूट। दूसरा रूट से प्रयागराज से वाराणसी तक। तीसरा रूट है देवरिया, गोरखपुर से देवघर (झारखंड)। इन रूट्स पर जो भी दुकानदार, होटल, ढाबे वाले होंगे। उन्हें साफ शब्दों में अपने नाम और पहचान को उजागर करना होगा।
बता दें, मुजफ्फरनगर में कांवड़ रूट पर दुकानदारों को अपना नाम और पहचान बताने वाले प्रशासन के आदेश पर घमासान मचा है। एक के एक बाद विपक्ष इस पर जमकर निशाना साध रहे हैं तो दूसरी ओर इस आदेश को हिटलरशाही भी बताते हुए नाजी जर्मनी से इसकी तुलना की गई है। इसी बीच अब सीएम योगी ने नया निर्देश जारी कर दिया है, जिसके अनुसार पूरे राज्य में कांवड़ रूट पर दुकानदारों को खाने की दुकान पर नेमप्लेट लगाना होगा।