मुख्तार अंसारी की मौत के बाद उसके भाई अफजाल अंसारी ने बड़ा बयान दिया है। अफजाल का कहना है कि मुख्तार को दफनाने के साथ कहानी का अंत नहीं हुआ बल्कि अभी तो कहानी शुरू हुई है। अफजाल गाजीपुर से सांसद हैं और उनका कहना है कि मुख्तार के शव इस तरह से दफनाया गया है कि उसकी मौत का सच कई साल बाद भी सबके सामने आ जाएगा।
बाल व नाखून से भी खुल जाएगी असलियत
अफजाल का दावा है कि मुख्तार को जहर देकर ही मारा गया है। जेल में उसके खाने में जहर मिलाया गया था। अफजाल का यह भी कहना है कि मुख्तार अंसारी को जो खाना दिया गया था उसको पहले पहले बैरक इंचार्ज चेक करता था। जब इंचार्ज ने खाना खाया तो उसकी भी हालत खराब हो गई। इस मामले की जांच होनी चाहिए। मुख्तार का शव अब भले ही दफन है लेकिन जब भी जांच की जाएगी तो मुख्तार की बॉडी के बाल व नाखून से भी उसकी मौत की असलियत का खुलासा हो जाएगा।
क्या बोले अफजाल अंसारी
बता दें, मुख्तार अंसारी को गाजीपुर में उसके पैतृक आवास के पास काली बाग कब्रिस्तान में दफनाया गया है। मुख्तार के अंतिम संस्कार में बहुत भारी संख्या में लोग मौजूद थे। इसको लेकर भी अफजाल ने पुलिस प्रशासन पर कटाक्ष किया है। अफजल का कहना है कि किसी की भी हैसियत उसकी अंतिम यात्रा से पता चलती है। जिस तरीके से मुख्तार की मौत के बाद गाज़ीपुर में लोगों की बहुत बड़ी संख्या में भीड़ मौजूद थी, वह देखकर अधिकारी भी हैरान रह गए थे।अफजाल ने कहा कि उत्तर प्रदेश के शासन-प्रशासन ने गाजीपुर के साथ-साथ पूर्वांचल में भी दहशत का माहौल बनाने की कोशिश की थी।
अफजाल के मुताबिक जेल प्रशासन, सरकार, एलआईयू और एसटीएफ के लोगों ने मुख्तार की पूरी सुनियोजित तरीके से हत्या की है। अफजाल ने मुख्तार की मौत को राजधर्म की हत्या बताते हुए कहा कि पुलिस हिरासत में उसकी मौत हुई है। जेल में बंद होने के बावजूद उसके भाई के खिलाफ 50 से ज्यादा केस दर्ज किए गए थे।