हिमाचल प्रदेश सरकार ने 2019 बैच के IAS अधिकारी नवीन तंवर को सस्पेंड कर दिया है। सीबीआई के मुताबिक, नवीन तंवर किसी और की जगह बैंक क्लर्क भर्ती की परीक्षा दे रहे थे। इस मामले में बीते महीने उन्हें तीन साल की सजा भी सुनाई गई थी। साथ ही 50 हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया है। हालांकि, सीबीआई कोर्ट से उन्हें जमानत मिल गई है। लेकिन अगर कोई सरकारी अधिकारी 48 घंटे तक जेल में रहता है तो उसका सस्पेंशन तय है।
यह है पूरा मामला
जानकारी के मुताबिक, नवीन तंवर नोएडा के रहने वाले हैं। साल 2014 में 13 दिसंबर को IBPS (इंस्टीट्यूट ऑफ बैंकिंग पर्सनल सिलेक्शन) क्लर्क भर्ती परीक्षा का आयोजन हुआ था। आरोप है कि इस परीक्षा में आईएएस नवीन तंवर झांसी के रहने वाले छात्र अमित की जगह परीक्षा दे रहे थे। परीक्षा केंद्र गाजियाबाद के आइडियल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में था। यहां उन्हें पकड़ लिया गया था। इस मामले में सीबीआई ने सॉल्वर गिरोह का पर्दाफाश किया था। इसमें नवीन के साथ ही छह और लोग आरोपी थे।
2019 बैच के हैं आईएएस अधिकारी
कहा जाता है कि जब इस मामले की कोर्ट में सुनवाई चल रही थी तो जमानत पर रिहा नवीन तंवर यूपीएससी परीक्षा की तैयारी कर रहे थे। फिर साल 2018 में उन्होंने यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा पास की। वह 2019 बैच के आईएएस अधिकारी हैं. उन्हें हिमाचल प्रदेश कैडर मिला है. यहां उन्हें तैनाती चंबा जिले में ग्रामीण विकास एजेंसी (DRDA) में अतिरिक्त उपायुक्त परियोजना निदेश का चार्ज मिला था। लेकिन जब सीबीआई की जांच में नवीन तंवर दोषी पाए गए तो उनके खिलाफ कार्रवाई की गई थी।