Lok Sabha Election: सपा या बीजेपी आखिर किसे राजा भैया अपना समर्थन देंगे। इस बात को लेकर पिछले कुछ दिनों से सियासी गलियारों में चर्चाओं का बाजार गर्म था। लेकिन अब राजा भैया ने इस सस्पेंस से पर्दा उठा दिया है। उन्होंने अपने समर्थकों के बीच ऐलान किया है कि वो किसी भी पार्टी को अपना समर्थन नहीं देंगे। उन्होंने जनता से अपील की है कि वो अपने विवेक और अपनी पसंद से मतदान करें।
‘प्रत्याशियों को बताई थी इच्छा’
यूपी के बाहुबली विधायक और जनसत्ता दल के प्रमुख रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया ने कहा कि मंगलवार की सुबह कौशांबी से सपा प्रत्याशी पुष्पेंद्र सरोज मिलने आए थे। इसके बाद दोपहर में केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान के साथ भाजपा प्रत्याशी विनोद सोनकर पहुंचे थे। लेकिन, उन्होंने दोनों ही प्रत्याशियों को अपनी इच्छा के बारे में बता दिया था।
बीजेपी को बड़ा झटका!
वहीं, दो दिन पहले ही अमित शाह से राजा भैया की मुलाकात की खबरें सामने आई थी, जिसके बाद ये माना जा रहा था कि शायद अब वो भाजपा प्रत्याशी को समर्थन देने का ऐलान कर सकते हैं, क्योंकि उन्होंने राज्यसभा चुनाव में भी भाजपा प्रत्याशी को वोट दिया था। हालांकि राजा भैया का ये फैसला बीजेपी के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है।
राजा भैया का समर्थन क्यों जरूरी?
आंकड़ों के मुताबिक, बाबागंज की 3,26,171 और कुंडा के 3,64,472 वोटर कौशांबी लोकसभा की सीट पर काफी प्रभाव डालते हैं। इससे भी बड़ी बात ये है कि यहां विधायक और बाहुबली राजा भैया का सिक्का चलता है। ऐसे में उनका समर्थन किसी भी पार्टी के लिए जरूरी है। बता दें, कौशांबी निर्वाचन क्षेत्र में इस बार 19,04,466 पात्र मतदाता हैं, जो अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे।