खनन घोटले में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव को सीबीआई ने नोटिस भेजा था। फिर भी अखिलेश यादव गुरूवार को शामिल नही हुए। अखिलेश यादव ने सीबीआई को पत्र भेजा है। और सवाल पूछा है कि 2019 के बाद पिछले 5 साल से वे कहां थे सीबीआई ने तब ही क्यों नही कोई जाँच की और जानकारी माँगी। अब चुनाव के समय ही क्यों जाँच हो रही है। साथ ही अखिलेश यादव ने जाँच में सहयोेग देने और विडियो कान्फ्रेंसिंग के द्वारा बयान दर्ज करने की बात कही है। लखनऊ में अखिलेश यादव ने मिडियाक्रमियों को बताया कि मुझे सीबीआई की तरफ से नोटिस आया है। और मैने जवाब भी दे दिया। आपको बता दें कि अखिलेश यादव की सीबीआई नोटिस को लेकर कई लोग सवाल कर रहे हैं।
अखिलेश यादव की सीबीआई नोटिस पर बात करते हुए क्रांगेस के अध्यक्ष अजय राय ने बताया कि देश में हो रहे चुनाव के बीच कभी इनकम टैक्स कभी ईडी तो कभी सीबीआई का सहारा लेकर लोगों को कमजोर करने के लिए ये किया जा रहा है। बता दें कि 2019 के चुनाव में भी सपा और बसपा के गठबंधन एक साथ हो रहे थे और सपा और बसपा के गठबंधन को तोड़ने के लिए भाजपा सरकार सीबीआई का सहारा ले रही है। इससे पहले भी सीबीआई ने 5 जनवरी 2019 को 2012 और 2016 में हमीरपुर में खनन घोटले के मामले में यूपी और दिल्ली में 14 जगहों पर छापेमारी की थी। जिसमें हमीरपुर के जिलाधिकारी बी चंद्रकला ने बसपा के नेता संजय दिक्षित और सपा के एमएलसी रमेंश कुमार मिश्रा के आवास और अन्य कईं कर्मचारियों पर और ठेकेदारों के 14 जगहों पर छापा मारा था। अखिलेश यादव ने कहा कि जब चुनाव आता है तभी सीबीआई की तरफ से नोटिस आता है पहले भी 2019 कें चुनाव में नोटिस आया था और जब जब चुनाव आयेगा तब तब नोटिस आयेगा।