राहुल गांधी आजकल भारत जोड़ो न्याय यात्रा पर हैं। जैसे जैसे उनकी यात्रा शहर नाप रही है वैसे वैसे राहुल के हमले भी मोदी सरकार पर तीखे होते जा रहे हैं। हमले तो राहुल पहले भी बोलते रहे हैं। लेकिन इस बार उनका अंदाज अलग है। अपने पूर्व संसदीय क्षेत्र अमेठी में राहुल जब पहुंचे तो युवाओं की भीड़ के बीच उन्होंने मोदी और अडानी को एक अलग ही तरीके का डेमो दिखाकर घेरा।
अमेठी में अडानी को जेबकतरा बता दिया तो मां सोनिया के संसदीय क्षेत्र रायबरेली में राहुल ने सेना के जवानों की शहादत और अग्निवीरों की शहादत के बीच कुछ इस तरह फर्क समझाया। राहुल ने कहा कि अग्निवीर, आपको मालूम है कि अब हिंदुस्तान में दो तरीके के शहीद होंगे। एक सेना वाला (पूर्णकालिक सेनाकर्मी) जब शहीद होगा तो उसे शहीद का दर्जा दिया जाएगा। दूसरा जो अग्निवीर शहीद होगा उसको शहीद का दर्जा नहीं दिया जाएगा। उसकी (अग्निवीर जवान) लाश को परे कर दिया जाएगा। उसके परिवार को ना तो पेंशन मिलेगी ना ही किसी तरह की मदद मिलेगी। रायबरेली में ही राहुल का एक और बयान विवादों का तूफान ले आया जब उन्होंने यूपी के नौजवानों को नशे का आदी बता दिया। हवाला वाराणसी का दिया जो पीएम मोदी का संसदीय क्षेत्र है।
चुनावी माहौल में राहुल गांधी का मोदी-योगी पर हमले का ये अंदाज सोशल मीडिया पर छाया हुआ है। समर्थकों को राहुल का ये अंदाज पसंद आ रहा है तो विरोधी राहुल को बुरी तरह ट्रोल कर रहे हैं। कह रहे हैं कि राहुल चाहे जो कर लें लेकिन कांग्रेस की नैया डूबने से बचा नहीं पाएंगे। बीजेपी के मंत्री और नेता राहुल को घेर रहे हैं। जवाबी हमले बोल रहे हैं। लेकिन राहुल अपने तेवरों के साथ आगे बढ़ते जा रहे हैं।
लोकसभा चुनाव से पहले राहुल गांधी न्याय यात्रा पर निकले हैं। वो अपने इस सफर में लोगों से मिल रहे हैं। सामाजिक न्याय की बात कर रहे हैं और जनता के मुद्दों पर आवाज़ बुलंद कर रहे हैं। राहुल गांधी अपने बयानों में केंद्र की मोदी सरकार और उद्योगपति गौतम अडाणी पर अकसर हमलावर रहते हैं। उनका आरोप है कि मोदी ने ये देश अडाणी के हाथ में सौंप दिया है। जिसका खामियाजा आम जनता को उठाना पड़ रहा है। वो बेरोजगार युवाओं की बात करते हैं। किसानों की बात करते हैं। दलितों और पिछड़ों की बात करते हैं। गरीबों और मजदूरों की बात करते हैं।
राहुल के हमलों का फोकस सिर्फ मोदी और अडानी हैं। लेकिन राज्य बदलने के साथ उनका निशाना और तरीका भी बदल जाता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जाति और वर्ग को लेकर भी राहुल गांधी लगातार मुद्दा उछाल रहे हैं। राहुल गांधी ने दावा किया कि मोदी जन्म से OBC नहीं हैं। उन्हें राजनीतिक लाभ के लिए OBC बना दिया गया है। उनके इस बयान को लेकर भी सियासी घमासान बचा है। बेरोजगारी, पेपरलीक, नोटबंदी, GST मुद्दा चाहे कोई भी हो, राहुल गांधी के निशाने पर केंद्र की मोदी सरकार आ ही जाती है। राहुल गांधी मोदी सरकार को हर मोर्चे पर नाकाम साबित कर रहे हैं।
अयोध्या में 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा हुई। राहुल गांधी ने इस पूरे कार्यक्रम को बीजेपी और VIP लोगों का इवेंट बताया। उन्होंने कहा कि मोदी जी देश के कुछ बड़े उद्योगपतियों के लिए ही काम कर रहे हैं। राहुल गांधी अपने बयानों से हमेशा सुर्खियां बंटोरते रहे हैं। उनके बयानों को कई बार बेतुका करार दिया जाता है। तो कभी उन्हें हंसी का पात्र बना दिया जाता है लेकिन कांग्रेस और राहुल के समर्थकों का कहना है कि राहुल गांधी आज भी बेखौफ होकर सत्ता में काबिज़ हुकमरानों से तीखे सवाल पूछने का हिम्मत रखते हैं। उसके लिए चाहे उन्हें जितनी मर्जी आलोचना झेलनी पड़े। समर्थक अपनी जगह, विरोधी अपनी जगह लेकिन आप राहुल के इस अंदाज और उनके ऐसे हमलों के बारे में क्या सोचते हैं।