आगामी लोकसभा चुनावों को लेकर सभी पार्टियों ने कमर कस ली है। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश में BJP की कमान संभालेंगे। इसको ध्यान में रखते हुए वह मंगलवार आजमगढ़ पहुंचे। यहां उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि विधानसभा और लोकसभा दोनों में भाजपा का वोट प्रतिशत बढ़ा है। लोग भाजपा में शामिल होना चाहते हैं। मुझे खुशी है कि मैं यहां सभी पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ मौजूद हूं। उत्तर प्रदेश और आजमगढ़ से मेरा खास रिश्ता रहा है। इससे पहले सीएम मोहन यादव आजमगढ़ क्लस्टर के अंर्तगत आने वाली आजमगढ़-लालगंज-घोसी-बलिया और सलेमपुर समेत पांच लोकसभा क्षेत्रों के पार्टी पदाधिकारियों की बैठकों में शामिल हुए।
आजमगढ़ क्लस्टर में शामिल पांच लोकसभा सीटों में यादव मतदाताओं की बड़ी संख्या हैं। एमपी के सीएम मोहन यादव के जरिये भाजपा संदेश देना चाहती है कि पार्टी में सामान्य यादव परिवार के व्यक्ति को मुख्यमंत्री का पद दिया गया है। पार्टी के दरवाजे यादव समाज के लिए खुले हैं। पार्टी बताएगी कि यादव समाज के नेताओं का राजनीतिक भविष्य भाजपा में ही सुरक्षित है।
भाजपा ने पूर्व निर्धारित रणनीति के तहत चुनावों से पहले मोहन यादव का प्रदेश के यादव बहुल इलाकों में चुनावी दौरा शुरू कराया है। सूत्रों के मुताबिक मोहन आने वाले दिनों में मैनपुरी, कन्नौज, फर्रुखाबाद, फिरोजाबाद सहित आलू पट्टी के अन्य यादव बहुल जिलों में भी चुनावी दौरा करेंगे। उनका पहला ही कार्यक्रम सपा प्रमुख अखिलेश यादव के परिवार की परंपरागत लोकसभा सीट मानी जाने वाले आजमगढ़ में रखा गया है। सपा संरक्षक रहे मुलायम सिंह यादव व पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव यहां से सांसद रहे हैं। सपा से रमाकांत यादव भी आजमगढ़ से सांसद रहे हैं, हालांकि रमाकांत 2009 में भाजपा से भी आजमगढ़ से सांसद रहे हैं। हालांकि, 2022 में हुए उपचुनाव में सपा ने धमेंद्र यादव को मैदान में उतारा था, लेकिन भाजपा के दिनेश लाल यादव निरहुआ ने उन्हें हरा दिया था।