Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव को लेकर सभी दल अपने-अपने उम्मीदवारों को मैदान में उतर रहे हैं। समाजवादी पार्टी ने 7 सीटों पर अपने और गठबंधन के उम्मीदवारों का ऐलान किया है। इनमें से समाजवादी पार्टी अपने 6 उम्मीदवारों को उतार कर जीत तय करने में जुड़ गई है, तो वहीं भदोही की सीट तृणमूल कांग्रेस के खाते में गई है। लेकिन सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि सपा ने नगीना लोकसभा सीट से पूर्व अपर जिला जज मनोज कुमार को उतार दिया है।
आजाद समाज पार्टी के अध्यक्ष चंद्रशेखर आजाद के लिए इसी के साथ गठबंधन के दरवाजे बंद माने जा रहे हैं। दरअसल चंद्रशेखर नगीना लोकसभा से चुनाव लड़ने की घोषणा कर चुके हैं। लेकिन समाजवादी पार्टी की चौथी सूची में पांच दलित और एक जाट प्रत्याशी तो है लेकिन चंद्रशेखर का नाम नहीं है। बिजनौर से प्रत्याशी बनाए गए यशवीर सिंह केसीसी इंजीनियर हैं। वह 2009 से सपा के टिकट पर नगीना से सांसद रह चुके हैं। 2019 में वह कुछ समय के लिए भाजपा में भी गए थे।
हरण के बाद में सपा में लौट आए नगीना से टिकट पाने वाले मनोज कुमार ने कुछ समय पहले ही बिजनौर से अपर जिला जज के पद से सुरक्षित सेवानिवृत्ति ली थी। मेरठ से प्रत्याशी बनाए गए भानु प्रताप सिंह सुप्रीम कोर्ट के वकील हैं, और एवं के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे हैं। बताते हैं कि मेरठ में सपा के पुराने नेताओं के बीच कल चरम पर थी। इसलिए सपा नेतृत्व नहीं यहां से दलित चेहरा उतारने का फैसला किया। अलीगढ़ से प्रत्याशी विजेंद्र सिंह 2009 में कांग्रेस के टिकट पर जीते थे। गुजरात समाज से हैं, हाथरस से प्रत्याशी जसवीर वाल्मीकि समाजवादी पार्टी के सक्रिय नेता हैं। दो बार सांसद रह चुके और अब लालगंज से प्रत्याशी दरोगा सरोज सपा कार्यालय चेहरा माने जाते हैं।
सपा की चौथी सूची में भदोही सीट अनमोल कांग्रेस को दी गई है। वहीं तृणमूल कांग्रेस में भदोही से पूर्व सीएम कमलापति त्रिपाठी के प्रपत्र ललितेश पति त्रिपाठी को टिकट दे दिया है। ललितेश काफी पहले कांग्रेस छोड़कर अनमोल कांग्रेस में शामिल हो चुके हैं। वह मिर्जापुर मड़िहान सीट से वर्ष 2012 में विधानसभा चुनाव भी जीत चुके हैं। लेकिन इन सबके बीच चंद्रशेखर रावण का क्या होगा, जिन्होंने न सिर्फ नगीना सीट पर अपनी उम्मीदवारी पेश की थी। बल्कि वह तैयारी में भी लगे हुए थे कि उन्हें इंडिया गठबंधन अपना प्रत्याशी बनाते हुए यहां से चुनावी मैदान नेपाल ठोकने के लिए जरूर करेगा। अब देखना दिलचस्पों का की आने वाले दिनों में चंद्रशेखर रावण को का क्या कम होता है।