Karan Bhushan Singh: भारतीय कुश्ती महासंघ के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के बेटे करण भूषण सिंह पर प्रशासन ने बड़ा एक्शन लिया है। यूपी की कासगंज लोकसभा सीट से चुनावी मैदान में उतरे करण भूषण सिंह के खिलाफ आचार संहिता उल्लंघन करने को लेकर एक्शन लिया गया है।
यूपी की सबसे ज्यादा चर्चा में रहने वाली कैसरगंज लोकसभा सीट से भाजपा ने बृजभूषण शरण सिंह के छोटे बेटे करण भूषण सिंह को चुनावी मैदान में उतारा है, जिसको लेकर उनके समर्थकों में खुशी की लहर है। इस बीच शनिवार को भाजपा प्रत्याशी का काफिला विश्नोहरपुर से निकला और तरबगंज विधानसभा क्षेत्र में बेलसर की ओर पहुंचा था। इस दौरान करण भूषण सिंह का जगह-जगह स्वागत किया गया और उनके समर्थकों ने जश्न मनाते हुए पटाखे फोड़े थे, जिसको लेकर जिला निर्वाचन अधिकारी नेहा शर्मा ने सख्त रवैया अपनाते हुए मामले की जांच के आदेश दिये थे।
मिली जानकारी के मुताबिक, जांच के बाद इस मामले को लेकर तरबगंज के प्रभारी डॉ सुमित की ओर से मुकदमा दर्ज कराया गया है। करण भूषण सिंह पर आरोप है कि उनके काफिले में भारी संख्या में गाड़ियां शामिल हुईं, जिसके चलते क्षेत्र में जाम लग गया और आमजन को दिक्कतों का सामना करना पड़ा। बृजभूषण शरण सिंह के बेटे करण भूषण सिंह पर केस दर्ज होने के बाद पुलिस ने आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है।
बता दें, उत्तर प्रदेश की हॉट सीट में शुमार गोंडा जिले की कैसरगंज लोकसभा सीट पर भाजपा ने बृजभूषण शरण सिंह का टिकट काटकर उनके बेटे करण भूषण सिंह को प्रत्याशी बनाया है। इस लोकसभा सीट पर बृजभूषण शरण सिंह की अच्छी पकड़ है, लेकिन कुश्ती संघ के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण पर यौन उत्पीड़न मामले में चल रही कार्रवाई के चलते भाजपा ने उनको उम्मीदवार नहीं बनाया।
कौन हैं करण भूषण सिंह ?
करण भूषण सिंह बाहुबली सांसद बृजभूषण सिंह के छोटे बेटे हैं, जो कि इस समय उत्तर प्रदेश की कुश्ती संघ के प्रदेश अध्यक्ष हैं। उनका नाम सबसे पहले जिला पंचायत अध्यक्ष के तौर पर चर्चा में आया था, जबकि उनके बड़े भाई प्रतीक भूषण शरण सिंह गोंडा सीट से सदर विधायक हैं।
करण भूषण को टिकट मिलने पर भड़की साक्षी मलिक
भाजपा द्वारा बृजभूषण शरण सिंह के बेटे करण भूषण सिंह को टिकट दिये जाने पर देश के ओलंपिक पदक विजेता खिलाड़ी नाखुश हैं। पूर्व भारतीय पहलवान और ओलंपिक पदक विजेता साक्षी मलिक ने इस पर नाराजगी व्यक्त करते हुए सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा “देश की बेटियां हार गईं, बृजभूषण जीत गया। हम सबने अपना करियर दांव पर लगाया, कई दिन धूप बारिश में सड़क पर सोये। आज तक बृजभूषण को गिरफ़्तार नहीं किया गया। हम कुछ नहीं मांग रहे थे, सिर्फ़ इंसाफ़ की मांग थी। गिरफ़्तारी छोड़ो, आज उसके बेटे को टिकट देकर आपने देश की करोड़ों बेटियों का हौसला तोड़ दिया है। टिकट जाएगी तो एक ही परिवार में, क्या देश की सरकार एक आदमी के सामने इतनी कमज़ोर होती है ? प्रभु श्री राम के नाम पर सिर्फ़ वोट चाहिए, उनके दिखाए मार्ग का क्या?