Lok Sabha Election 2024: गए थे हरि भजन को ओटन लगे कपास….. यह कहावत बसपा नेता और पूर्व स्वास्थ्य मंत्री अनंत मिश्रा उर्फ अंटू मिश्रा पर सटीक साबित होती दिख रही है। राजनीति के सयाने खिलाड़ी माने जाने वाले अंतू मिश्रा के साथ ऐसी गुगली हुई कि इसे वो ताउम्र याद रखेंगे! बसपा में पड़े और ठिकाने की तलाश में भटकते अंतू मिश्रा को जैसे तैसे बीजेपी में ठिकाना मिलने की उम्मीद दिखी थी।
अंतू मिश्रा बड़ा जैक लगवा कर भगवा रंग में सराबोर होने को लखनऊ बीजेपी कार्यालय तक पहुंच गए। लेकिन, ऐलान से पहले कुछ खेल हो गया। घोषणा होने से पहले कानपुर से उनके शुभ चिंतकों ने कुंडली भेज कर नफा नुकसान का गणित समझाया तो लॉलीपॉप देकर अंतू को भाजपा मुख्यालय से रुखसत कर दिया गया। दिल्ली में जॉइनिंग की बात से बहलाकर भाजपा ने पूर्व मंत्री के लिए अपने दरवाजे बंद कर लिए।
दरअसल एक वक्त था जब अंतू मिश्रा कानपुर में बसपा का बहुत बड़ा चेहरा हुआ करते थे। साल 2007 में बसपा की पूर्ण बहुमत सरकार बनी तो अंतू को सूबे का स्वास्थ्य मंत्री बनाया गया, जबकि वह चुनाव हार चुके थे। मायावती के बेहद करीबी सतीश चंद्र मिश्रा के साथ रिश्तेदारी के कारण अंतू पर मायावती की कृपा हमेशा बनी रही। बसपा सरकार में एनआरएचएम घोटाला हुआ और अनंत मिश्रा भी लपेटे में आए। इसके बाद अंतू मिश्रा का सियासी ग्राफ ऐसा धड़ाम हुआ कि राजनीतिक दल साथ खड़े होने से परहेज करने लगे। दामन का यह दाग ही आज कोढ़ साबित हुआ और भाजपा में शामिल होने का मंसूबा पूरा नहीं हो पाया।
तमाम मान मनौव्वल के बाद अंतू मिश्रा को भाजपा में शामिल होने के लिए हरी झंडी मिली थी। तय शुदा कार्यक्रम के मुताबिक शुक्रवार दोपहर अंतू मिश्रा अपने दलबल के साथ राज्य मुख्यालय बीजेपी पहुंच भी गए थे। वहां भी तैयारी दुरुस्त थी भगवा कुर्ते में अंतू अगली पंक्ति में बैठे हुए सोच ही रहे थे कि उन्हें आज बीजेपी में ज्वाइन कर लिया जाएगा। लेकिन ऐलान से कुछ क्षण पहले प्रदेश प्रभारी और प्रदेश अध्यक्ष के पास एक फोन पहुंचता है और कार्यक्रम को मुल्तवी कर दिया जाता है। हालांकि अंतू मिश्रा का कहना है कि अब दिल्ली में बड़े नेताओं के समक्ष उनकी जॉइनिंग कराई जाएगी और यही बात उन्हें प्रदेश अध्यक्ष के द्वारा बताई गई है। जिस वजह से उनकी जॉइनिंग शुक्रवार को अन्य नेताओं के साथ भाजपा में नहीं हो पाई।
जानकार बताते हैं कि कानपुर से प्रदेश आला कमान को एक वरिष्ठ नेता ने फोन किया और बताया कि कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव रहे अजय कपूर की जॉइनिंग से शहर में भाजपा कार्यकर्ता नाराज चल रहे हैं। ऐसे में एक और घोटाले बाज नेता को बीजेपी में एंट्री मिलती है तो पार्टी में असंतोष का तूफान थामना मुश्किल हो जाएगा। उन्होंने कहा कि यही नफा नुकसान प्रदेश नेतृत्व को समझाया गया जिसके बाद फैसला हुआ कि अंतू मिश्रा की जॉइनिंग नहीं होगी।