Modi Cabinet : नरेंद्र मोदी ने 9 जून को प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने के बाद सोमवार को पीएमओ में सरकारी कर्मचारियों को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने सरकारी कर्मचारियों की तारीफ की। पीएम ने कर्मचारियों से कहा कि आने वाले वर्षों में वैश्विक मापदंड़ों से भी आगे निकलना है। जहां कोई नहीं पहुंचा, वहां अपने देश को पहुंचाना है।
पीएम मोदी ने कहा कि सरकार का मतलब सामर्थ्य, समर्पण और संकल्पों की नई ऊर्जा है। उन्होंने कहा कि हमारी जो टीम है, उसमें न सोचने की सीमाएं और न ही पुरुषार्थ के लिए कोई मापदंड तय है। कहा की टीम के लिए समय का बंधन भी नहीं है। पीएम ने कहा कि लोकसभा चुनाव 2024 की जीत में सरकारी कर्मचारियों का भी बड़ा योगदान है। कहा कि यह चुनाव सरकारी कर्मचारी के 10 वर्ष के पुरुषार्थ पर मुहर लगाता है।
पीएम मोदी ने कहा कि जो विकसित भारत के संकल्प को साकार करने के लिए अपने को समर्पित करना चाहते हैं, उन सभी को वह निमंत्रण देते हैं। उन्होंने कहा कि अब समय और ज्यादा सोचने औऱ करने का है। उन्होंने कहा कि अब जो करना है, उसे वैश्विक मापदंडों को पार करके करना है।
पीएम मोदी ने कहा कि इच्छाएं अस्थिर होती हैं। किशोरा अवस्था में बच्चों की इच्छाएं बदलती रहती हैं। जब वब क्रिकेटे देखते हैं को उनको लगता है कि क्रिकेटर बन जाएं। वहीं, जब चंद्रयान की घटना को देखते हैं तो सोचते हैं कि वैज्ञानिक बन जाऊं, लेकिन फिर बच्चों को लगता है कि वैज्ञानिक बनना मेहनत का काम है तो इच्छा अच्छा क्रिकेटर ही बन जाऊं। उन्होंने कहा कि इच्छाएं बदलना एक तरंग की तरह होता है। पीएम ने कहा कि जब इच्छाओं को स्थिरता मिल जाए तो वह संकल्प में बदल जाती हैं। इसके बाद जब संकल्प में परिश्रम जुड़ जाए तो फिर सिद्धि की प्राप्ति होती है। पीएम ने कहा कि सफल मनुष्य वही है, जिसके अंदर विद्यार्थी कभी मरता नहीं है।