भगवान राम पर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी-शरद पवार गुट के नेता जीतेन्द्र अव्हाड के हालिया बयानों के जवाब में श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने दावों का जोरदार खंडन किया। जीतेन्द्र अव्हाड के बयानों को “पूरी तरह से झूठा” कहा।
आव्हाड ने पहले यह कहकर विवाद खड़ा कर दिया था कि वनवास के दौरान भगवान राम मांसाहारी थे। इन बयानों के विरोध में मुख्य पुजारी आचार्य सत्येन्द्र दास ने कहा ”एनसीपी नेता जीतेन्द्र आव्हाड जो बोल रहे हैं वह पूरी तरह से झूठ है। हमारे धर्मग्रंथों में कहीं भी यह नहीं लिखा है कि भगवान राम ने अपने वनवास के दौरान मांसाहारी भोजन किया था। उन्होंने कहा भगवान राम फल खाते थे।”
आचार्य सत्येन्द्र दास ने अपनी असहमति व्यक्त करते हुए कहा “ऐसे झूठे व्यक्ति को हमारे भगवान राम का अपमान करने का कोई अधिकार नहीं है। हमारे भगवान हमेशा शाकाहारी थे। वह हमारे भगवान राम का अपमान करने के लिए अपमानजनक शब्द बोल रहे हैं।”
आव्हाड ने आम धारणा के विपरीत बुधवार को दावा किया कि भगवान राम ‘बहुजन’ के थे और मांसाहारी थे। आव्हाड ने बुधवार को महाराष्ट्र के शिरडी में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा “राम हमारे हैं राम बहुजनों के हैं। शिकार करके खाने वाले राम हमारे हैं, हम बहुजनों के हैं। जब आप लोग हम सबको शाकाहारी बनाने जाते हैं, तो हम राम के आदर्शों पर चलते हैं और आज हम मटन खाते हैं यही है” राम के आदर्श।”
आव्हाड के विवादित बयान के बाद बीजेपी विधायक राम कदम ने मुंबई में एनसीपी नेता के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। राम कदम ने कहा “उनकी मानसिकता राम भक्तों की भावनाओं को ठेस पहुंचाना है। वोट बटोरने के लिए वे हिंदू धर्म का मजाक नहीं उड़ा सकते। यह तथ्य कि राम मंदिर बनाया गया है, घमंडी गठबंधन को रास नहीं आ रहा है।”
एनसीपी नेता के बयान की हिंदू संतों ने भी आलोचना की। अयोध्या के द्रष्टा परमहंस आचार्य ने केंद्र और महाराष्ट्र सरकार से भगवान राम के बारे में “अपमानजनक” बोलने वालों पर कड़ी कार्रवाई करने का आग्रह किया और कहा कि आव्हाड के बयानों से भगवान राम के भक्तों की भावना आहत हुई है। उन्होंने कहा “जितेंद्र अव्हाड द्वारा दिया गया बयान अपमानजनक है और भगवान राम के भक्तों की भावना को ठेस पहुंचाता है। मैं महाराष्ट्र और केंद्र सरकार से भगवान राम के बारे में गलत बोलने वाले लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का आग्रह करूंगा। परमहंस आचार्य ने कहा “अगर उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई नहीं की गई तो मैं जितेंद्र आव्हाड को मार डालूंगा। मैं चेतावनी दे रहा हूं।”