आज 11 मई 2024 को वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि है। इस तिथि पर मृगशिर्षा नक्षत्र और सुकर्मा योग का संयोग बनता है। हिंदू पंचांग को वैदिक पंचांग के नाम से जाना जाता है। पंचांग के माध्यम से समय और काल की सटीक गणना की जाती है। पंचांग मुख्य रूप से पांच अंगों से मिलकर बना होता है। ये पांच अंग तिथि, नक्षत्र, वार, योग और करण होते है।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार किसी भी कार्य में सफलता के लिए मेहनत के साथ ही भाग्य का साथ देना भी आवश्यक होता है। यदि आपकी नौकरी में बार-बार बाधाएं आ रही हैं और अच्छी नौकरी नहीं मिल पा रही है तो आप कुछ उपायों को कर सकते हैं। मान्यता है कि इन उपायों से आपकी नौकरी संबंधित समस्याओं का अंत होता है।
करें ये पांच काम
- नियमित रूप से सूर्यदेव की आराधना करें
- इंटरव्यू से पहले दही चीनी खाकर निकलें
- शनि देव के इस मंत्र ‘ऊं शं शनैश्चराय नम:’ का 108 बार जाप करें
- आटे का माड़े में चना और गुड़ मिलाकर गाय को खिलाएं
- सुबह-सुबह पक्षियों को दाना डालें
पंचांग- 11 मई 2024
विक्रम संवत – 2081 पिङ्गल
शक सम्वत – 1946 क्रोधी
वैशाख – पूर्णिमान्त
वैशाख – अमान्त
तिथि
चतुर्थी – सुबह 02:03 बजे से 12 मई तक
नक्षत्र
मॄगशिरा – सुबह 10:15 बजे तक
योग
सुकर्मा – सुबह 10:03 बजे तक
सूर्य और चंद्रमा का समय
सूर्योदय – सुबह 05:33 बजे तक
सूर्यास्त – सुबह 07:03 बजे तक
चन्द्रोदय – सुबह 07:53 बजे तक
चन्द्रास्त – सुबह 10:45 बजे तक
शुभ काल
अभिजीत मुहूर्त – सुबह 11:51 बजे से दोपहर 12:45 बजे तक
अमृत काल – रात 12:22 बजे से रात 01:59 बजे 12 मई तक
बह्म मुहूर्त – सुबह 04:09 बजे से सुबह 04:51 बजे तक
अशुभ काल
राहूकाल- सुबह 08:55 बजे से 10:36 बजे तक
यम गण्ड – दोपहर 01:59 बजे से शाम 03:40 बजे तक
गुलिक – सुबह 05:33 बजे से 07:14 बजे तक
दुर्मुहूर्त – सुबह 05:33 बजे से दोपहर 06:27 बजे तक
वर्ज्य – शाम 06:43 बजे से रात 08:20 बजे तक