संतों की अगुआई में भारत विश्व गुरु बनेगा। भाजपा की जीत के साथ नरेंद्र मोदी को जनता फिर पीएम बनाएगी। वृंदावन के प्रख्यात संत सद्गुरु ऋतेश्वर जी महाराज ने मीडिया से बात करते हुए धर्म, समाज और राजनीति के मुद्दों पर खुलकर बातचीत की। उन्होंने कहा कि अयोध्या की भांति काशी-मथुरा में भी भव्य और दिव्य मंदिर बनेगा। इससे 140 करोड़ लोग प्रसन्न होंगे। भारत में अलग पूजा पद्धति को मानने वाले सुशिक्षा मिलने से वे खुद को सनातनी मानते हैं। वे कहते हैं कि वे अरब से नहीं आए हैं। उनके विचार बदल रहे हैं। राजनीति पर बेबाक बात करते हुए उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एक बार फिर प्रधानमंत्री बनेंगे। इसके साथ ही संतों की अगुआई में भारत विश्व गुरु भी बनेगा।
राम, कृष्ण और शिव मंदिर के साथ विज्ञान का होगा विकास
गोरखपुर में एक निजी समारोह में आशीर्वाद देने के लिए आए वृंदावन से आए सद्गुरु ऋतेश्वर जी महाराज ने कहा कि भारत माता और ईश्वर की कृपा से देश और यूपी में ऐसा नेतृत्व मिला है, जो भारत, यहां की संस्कृति, भारत को विश्व गुरु बनाने के लिए कार्य कर रहे हैं। आज वे शीर्ष पर होने से उनके एक-एक निर्णय सनातन संस्कृति और भारतीयों के लिए होता है। इसका विश्व को भी लाभ मिलेगा। भारत ने आज तक किसी के ऊपर आक्रमण नहीं किया है। भारत ने आक्रमण झेले हैं। जब ऐसे लोगों का विकास होगा, तो दुनिया आक्रमण मुक्त हो जाएगी। आक्रमण समाप्त हो जाएंगे, तो मानव का विकास होगा। राम, कृष्ण और शिव मंदिर के साथ विज्ञान का विकास होगा। जो लोग ये नहीं चाहते हैं, वे सिर्फ राम मंदिर की बात करते हैं। अपने खुद के विकास की बात नहीं करते हैं।
”सारे मुस्लिम भी सनातनी हैं”
मुस्लिम स्कालर से भी उनका मिलना होता हैं। उनसे बातें होती हैं। दसवीं क्लास में मोहम्मद आलम केमेस्ट्री के टीचर रहे हैं। उन्हें बेटे की तरह मानते रहे हैं। भारत-पाकिस्तान के मैच में भारत की जीत के समय लड्डू बांटते रहे हैं। वे सारे मुस्लिम भी सनातनी हैं। वे भी मानते हैं कि वे आक्रमणकारी नहीं हैं। हमारे पूर्वज एक ही हैं। एक शांतिप्रिय लोगों की तरह हैं, वे खुद कहते हैं। रास्ता खुला हुआ है। जो जिस धर्म और मत को मानना चाहता है, वो कर सकता है। भारत के बड़े मुस्लिम स्कॉलर भी खुद को सनातनी मानते हैं। जो खुद वापस आना चाहता है, उस पर कोई दबाव नहीं है।
मुस्लिमों ने किया CAA का स्वागत
सीएए लागू होने पर वे कहते हैं कि रमाजान के पाक महीने में सारे मुसलमान इसका स्वागत कर रहे हैं। वे समझ रहे हैं कि सीएए नागरिकता देने वाला कानून है। 23 प्रतिशत में एक प्रतिशत बचे हैं, वे अपने भारत में आकर अपने धर्म में खुली हवा में सांस ले सकते हैं। पाकिस्तान कहता है कि वे सीएए लागू कर रहे हैं और कहते हैं कि यहां पर अल्पसंख्यकों को दिक्कत है, तो वे आ सकते हैं। तो ये खुशी की बात होगी।
नालंदा, तक्षशिला और विक्रमशिला जैसा विश्वविद्यालयों का होगा निर्माण
तक्षशिला और नालंदा के सारे ग्रंथों को जला दिया गया। छोटे-छोटे पुजारियों को लोग भला-बुरा कहते हैं। उनके सूक्त जो उन्हें याद रहे हैं, वे नहीं बचे होते तो, हमारा धर्म और वाणी तक नहीं बची होती। हमारे श्लोक और विधा नहीं बचे होते। उन्हें वे प्रणाम करते हैं, जिन्होंने सुनकर याद रखा। बहुत सी लिपि बची होती। नालंदा, तक्षशिला और विक्रमशिला जैसा विश्वविद्यालय बनाने के लिए एक हजार एकड़ जमीन ले ली है। वहां पर बच्चे नहीं बल्कि विवाह के पूर्व जो दंपत्ति हैं, उसकी पढ़ाई होगी। गर्भाधान संस्कार होगा। कुल 16 संस्कार की स्थापना के साथ मानवता चरम पर होगी। पूरी दुनिया में सनातनी लोग इसे फैला सकते हैं। आनंद, प्रेम और मानवता का पूरी दुनिया स्वागत करेगी।
पीएम मोदी को एक बार फिर चुनेगी जनता
भारतीय लोकतंत्र में सभी को अपनी नीतियां और दल बनाने का अधिकार है। सभी को अपनी नीतियों का प्रचार करने का अधिकार है। दोनों अपनी नीतियों का प्रचार कर रहे हैं। सभी भारतीय उनकी नीतियों और नीयत को देख रही है। जिस दिन लोकतंत्र का महापर्व जिस दिन होगा, उस दिन जनता अपनी आहुति हवनकुंड में डालेगी, यज्ञकुंड में चरुप्रसाद आएगा। चरुप्रसाद को खाकर भगवान राम, लक्ष्मण और भरत का इस पृथ्वी पर पदार्पण के साथ रामराज्य आएगा। उन्हें लगता है कि उन्हें साधु के रूप में जनता नहीं देखे तो घोषणा पत्र को पूरा करने वाले को जनता चुनेगी। लोगों का विश्वास और जनता के चेहरे की खुशी और आत्मविश्वास से परिपूर्ण करने वाले पीएम नरेन्द्र मोदी को एक बार फिर जनता चुनेगी।
भारत फिर विश्व गुरु बनेगा
संत का अर्थ धर्म का ज्ञान और सत्य से अवगत कराने वाला होता है। सत्य, दया, करुणा, धारणा, आध्यात्म और आत्मा की विद्या को जानना इसे ही हम प्रकाशित करते हैं। संत का काम है कि भगवान जब चारों ओर दृष्टि रखते हैं। भारत का खोया हुआ वैभव वापस आएगा और भारत फिर विश्व गुरु बनेगा.