बाबा काशी विश्वनाथ के दर्शन करने जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए अच्छी खबर है। अब श्रद्धालु बीना भीड़-भाड़ और धक्का-मुक्की के आराम से बाबा के दर्शन कर पाएंगे। भक्तों को बाबा के दर्शन करने में कोई परेशानी न हो, इसको लेकर काशी विश्वनाथ मंदिर प्रशासन ने प्लान का ब्लू प्रिंट बनाना भी शुरू कर दिया है।
इस फैसले के पीछे का कारण दिन-प्रतिदिन काशी विश्वनाथ मंदिर में देश-विदेश से आ रहे श्रद्धालुओं की बढ़ती भीड़ है। बढ़ती भीड़ के कारण स्थानीय श्रद्धालुओं को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। प्राप्त जानकारी के अनुसार, विश्वनाथ मंदिर प्रशासन अप्रैल से स्थानीय लोगों के लिए मंदिर में अलग से व्यवस्था शुरू कर देगी।
अप्रैल से शुरू कर दी जाएगी सुविधा
इस बारे में बात करते हुए श्री काशी विश्वनाथ मंदिर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी विश्व भूषण मिश्रा ने मीडिया को बताया कि बाबा के दर्शन करने देश-विदेश सभी जगह से भक्तजन आते हैं। लेकिन, काशीवासियों की एक परंपरा रही है कि वे बाबा विश्वनाथ का दर्शन हर रोज करते हैं। इस परंपरा को देखते हुए एक प्रस्ताव आया है कि काशीवासियों के लिए एक अलग द्वार या समय दे दिया जाए। मंदिर प्रशासन इस प्रस्ताव पर विचार भी कर रहा है। अप्रैल से सुविधा शुरू कर दी जाएगी। इस सुविधा का लाभ उठाने के लिए स्थानीय लोगों को आईडी प्रूफ दिखाना अनिवार्य होगा। साथ ही उन लोगों को भी चिन्हित किया जाएगा, जो कभी-कभी दर्शन के लिए आते हैं। हालांकि, विशेष अवसरों पर ज्यादा भीड़ होने पर सभी सिर्फ सामान्य दर्शन ही कर पाएंगे।
58.51 करोड़ से अधिक का चढ़ा चढ़ावा
गौरतलब है कि श्री काशी विश्वनाथ धाम के दर्शन करने दुनियाभर से लोग आते हैं। इससे काशी पुराधिपति बाबा विश्वनाथ की आय में भी बढ़ोतरी हो रही है। बीते 2021-22 साल के मुकाबले 2022-23 साल के आय में तकरीबन 200 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। वहीं इस साल अब तक करीब 13 करोड़ लोगो ने बाबा विश्वनाथ का दर्शन किया है। साथ ही बीते साल 2022-23 में श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर न्यास में अभी तक का सबसे ज्यादा 58.51 करोड़ से अधिक का चढ़ावा चढ़ा है।