Janmashtami 2024: श्रीकष्ण जन्माष्टमी का त्योहार आज देशभर में बड़े ही धूमधाम से मनाया जा रहा है। यह भगवान कृष्ण का 5251वां जन्मोत्सव है। पूरे देश में सभी कृष्ण मंदिरों में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ देखने को मिल रही है। इतना ही नहीं, देशभर में तमाम शहरों की गलियां, चौक-चौराहे जन्माष्टमी के भव्य उत्सव के लिए सजकर तैयार हो गए हैं।
श्री कृष्ण जन्मस्थान मंदिर में श्री कृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर उत्सव जोरों पर है।
श्री कृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर श्री कृष्ण जन्मस्थान मंदिर में सुबह की आरती की गई।
श्री कृष्ण जन्मस्थान मंदिर में महिला भक्तों ने श्री कृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर खुशी व्यक्त की।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मथुरा के बांके बिहारी मंदिर में पूजा-अर्चना की।
ईस्ट ऑफ कैलाश स्थित इस्कॉन मंदिर में जन्माष्टमी उत्सव मनाया जा रहा है।
आज श्री कृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर ईस्ट ऑफ कैलाश स्थित इस्कॉन मंदिर में भक्तों की भीड़ उमड़ी।
श्री कृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर नोएडा के इस्कॉन मंदिर में भगवान कृष्ण के दर्शन के लिए भारी संख्या में श्रद्धालु उमड़े।
श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में विशेष भस्म आरती की गई।
श्री कृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर चौपाटी के इस्कॉन मंदिर में की गई विशेष आरती।
श्री कृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर अहमदाबाद के इस्कॉन मंदिर में भगवान कृष्ण के दर्शन के लिए भारी संख्या में श्रद्धालु उमड़े।
श्री कृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर हैदराबाद के इस्कॉन मंदिर में भगवान कृष्ण के दर्शन के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु एकत्रित हुए।
हिंदू धर्म में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी को काफी महत्वपूर्ण माना जाता है। मान्यता है कि इसी दिन भगवान विष्णु ने कंस का अंत करने के लिए श्रीकृष्ण का अवतार लिया था। द्वापर युग में भगवान कृष्ण के रूप में अपना आठवां अवतार लिया था। भगवान श्रीकृष्ण के 5251 जन्मोत्सव पर आज हम आपको भगवान की पूजा का शुभ मुहूर्त क्या रहने वाला है।
Janmashtami 2024: श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर इस मुहूर्त पर करें बाल गोपाल की पूजा, मिलेगा मनचाहा फल
श्रीकृष्ण पूजा का शुभ मुहूर्त
श्रीकृष्ण की पूजा करने के लिए इस बार भादो कृष्ण अष्टमी तिथि 26 अगस्त को सुबह 03.39 से लेकर 27 अगस्त को देर रात 02.19 तक रहने वाली है। गृहस्थ लोग आज ही जन्माष्टमी का त्योहार मनाएंगे।
आज श्रीकृष्ण की पूजा का शुभ मुहूर्त (Janmashtami 2024 Shubh Muhurt) मध्य रात्रि 12.00 बजे से 12.44 बजे तक होगा। पूजा के लिए भक्तों को केवल 44 मिनट का समय ही मिलने वाला है। इसी अवधि में श्रीकृष्ण का जन्म होगा और जन्मोत्सव मनाया जाएगा।