रामलला की प्राण प्रतिष्ठा से लेकर अब तक एक महीने में 100 करोड़ का चढ़ावा आ चुका है। श्री रामलाल ट्रस्ट के द्वारा जानकारी दी गई है कि ये चढ़ावा श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र को चेक या रसीद से दिया गया है। इसके अलावा राम लला को दान पात्र और ऑनलान बैंक खाते में भेजी जानी वाली धनराशि अलग है। अभी तक उस राशि के बारे में कोई जानकारी सामने नहीं आई है।
देश में ही नहीं बल्कि विदेशों में भी रामलला की लोकप्रियता देखने को मिल रही है। 22 जनवरी को श्रीरामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद से ही देशभर में लाखों भक्त रामलला के दर्शन के लिए आ रहे हैं। प्रत्येक दिन लगभग 2 लाख से अधिक श्रद्धालु रामलला के दर्शन और प्रार्थना के लिए आते हैं। इतना ही नहीं भक्त लाखों करोड़ो का चढ़ावा भी रामलला को समर्पित कर रहे हैं। प्राण प्रतिष्ठा के दिन से लेकर अब तक 100 करोड़ का चढ़ावा राम भक्तों के द्वारा उनकों समर्पित किया जा चुका है। यह दान देश विदशों से आने वाला दान है। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट से मिली जानकारी के मुताबिक ये चढ़ावा श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र को चेक या रसीद से दिया गया है। इसके अलावा दान पात्र और ऑनलाइन बैंक खाते में भेजी जाने वाली धनराशि अलग है। अभी तक उस राशि के बारे में कोई जानकारी सामने नहीं आई है। इस दान का हिसाब बैंक के माध्यम से ही प्राप्त किया जा सकता है। इसके बारे में भारतीय स्टेट बैंक की अयोध्या ब्रांच के प्रबंधक गोविंद मिश्र कानूनी बाध्यताओं का हवाला देते हुए सार्वजनिक करने से इन्कार कर देते हैं।
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष मंहत गोविंद देव गिरि ने बताया कि 19 जनवरी से 20 फरवरी के बीच लगभग 50 करोड़ से अधिक धनराशि भक्तों द्वारा दान की जा चुकी है। कुछ दिनों पहले झारखंड की एक कंपनी की ओर से रामलला को 11 करोड़ की धनराशि अर्पित की गई थी। शनिवार को संत मोरारी बापू ने तीर्थ क्षेत्र महासचिव चंपतराय को 10 करोड़ की राशि समर्पित की है। वहीं श्रीरामजन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र व SBI के बीच हुए नये अनुबंध के मुताबिक बैंक कर्मचारियों ने राम मंदिर के दान काउंटर का जिम्मा संभाल लिया है।