Ram Mandir: अयोध्या के श्रीराम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद से भक्तों का तांता लगा हुआ है। न केवल देश, बल्कि विदेशों से भी श्रद्धालु रामलला के दर्शन के लिए आ रहे हैं। अब पाकिस्तान से सिंधी श्रद्धालुओं का जत्था रामलला के दर्शन के लिए अयोध्या पहुंचा है।
रामलला के चेहरे की ललाट उनके भक्तों को दूर-दराज के देशों से भी खींच लाती है। मिली जानकारी के मुताबिक, भारत के पड़ोसी देश पाकिस्तान के 34 जिलों से सिंधी श्रद्धालु गुरुवार की देर शाम रामलला के दर्शन के लिए पहुंचे। श्रद्धालुओं के चेहरे पर खुशी की चमक देखने को मिली। पाकिस्तान से आए सिंधी श्रद्धालु का कहना है कि राम मंदिर का माहौल बेहद खुशनुमा है। लोगों ने बताया कि वह सिंध में अपने धार्मिक त्योहारों को नहीं मना पाते। वहां शिवरात्रि, जन्माष्टमी और रामनवमी जैसे हिंदुओं के प्रसिद्ध त्योहारों को मनाने की स्वतंत्रता नहीं है।
मिली जानकारी के मुताबिक, इस जत्थे में कराची, लाहौर, घोटकी और हैदराबाद के श्रद्धालु हैं। खास बात ये है कि इस जत्थे में सबसे अधिक पाकिस्तान के सिंध प्रांत के सक्खर, सांगण, पैनो, बैजी, मैसरा, भैलारी, कंथकोट, पीतापिन, रेहणीकी और चिचड़ा आदि जिलों से हैं। पंद्रह दिन पहले ये सभी भारत आए हैं। सभी श्रद्धालुओं ने अयोध्या के भरत की तपोस्थली भरतकुंड पहुंचकर माथा टेका। बता दें, छह बसों में पहुंचे 250 श्रद्धालु शुक्रवार को दर्शन करेंगे। कुछ श्रद्धालुओं ने गुरुवार रात दर्शन किए।
पाकिस्तान के सिंध प्रांत में अल्पसंख्यक लोग स्वंय को सुरक्षित महसूस नहीं करते हैं। पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों को उनके धार्मिक आयोजनों और त्योहारों को मनाने की स्वतंत्रता नहीं है। वहीं भारत धर्मनिरपेक्ष देश है। यहां प्रत्येक जाति, धर्म और समुदाय के लोगों को उनकी इच्छानुसार धर्म को मानने, त्योहार मनाने और धार्मिक आयोजनों में शामिल होने की स्वतंत्रता है।