IAS Suhas LY: कहते हैं अगर इंसान के अंदर कुछ करने की चाह है, तो वह धरती आसमान एक करके अपने लक्ष्य को प्राप्त कर ही लेता है। इस बात का श्रेष्ठ उदाहरण हैं उत्तर प्रदेश के IAS अधिकारी सुहास लालिनाकेरे यथिराज (Suhas Lalinakere Yathiraj)। Suhas LY ने जीवन में तमाम उतार-चढ़ावों के बावजूद अपनी मेहनत, लगन और सच्ची निष्ठा से न केवल उत्तर प्रदेश का बल्कि पूरे भारत का नाम रोशन किया है।
उत्तर प्रदेश कैडर के IAS Suhas LY ने पेरिस पैरालंपिक 2024 में पुरुष पैरा बैडमिंटन एकल SL4 स्पर्धा में रजत पदक हासिल करके इतिहास रच दिया है। Suhas LY की पैरालंपिक में ये लगातार दूसरी जीत है।
इससे पहले टोक्यो पैरालंपिक 2020 में भी Suhas LY ने सिल्वर मेडल अपने नाम किया था। ऐसे में वह अब पैरालंपिक में लगातार दो मेडल जीतने वाले भारत के पहले बैडमिंटन खिलाड़ी बन गए हैं। हालांकि, सुहास पुरुष एकल SL4 में फ्रांस के लुकास मजूर से 21-9, 21-13 से हार गए।
कौन है Suhas LY ?
Suhas LY का जन्म 2 जुलाई 1983 को कर्नाटक के शिगोमा शहर में हुआ था। वह जन्म से ही दिव्यांग थे। उन्होंने प्रारंभिक स्कूली शिक्षा स्थानीय भाषा कन्नड़ में शुरू की। साल 2004 में राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, सुरथकल, कर्नाटक से कंप्यूटर विज्ञान और इंजीनियरिंग शाखा में प्रथम श्रेणी में डिस्टिंक्शन के साथ ग्रेजुएशन किया। पैर से दिव्यांग होने के बावजूद Suhas LY खिलाड़ी बनना चाहते थे। वे बचपन से ही देश के लिए खेलना और जीतना चाहते थे।
अर्जुन पुरस्कार विजेता Suhas LY ने इंजीनियरिंग की थी, जिसके बाद उन्हें नौकरी मिल गई, लेकिन पिता का निधन होने के बाद परिवार की जिम्मेदारी भी सुहास के कंधों पर आ गई। सुहास ने नौकरी के साथ-साथ सिविल परीक्षा की तैयारी शुरू कर दी। उन्होंने साल 2007 में UPSC की परीक्षा में सफलता हासिल की, जिसके बाद उन्हें उत्तर प्रदेश कैडर मिला। वे पैरालंपिक पदक और अर्जुन पुरस्कार जीतने वाले भारत के एकमात्र आईएएस अधिकारी हैं।
Suhas LY ने कब शुरु किया बैडमिंटन खेलना ?
उत्तर प्रदेश कैडर मिलने के बाद Suhas LY को अलग-अलग जिलों में तैनाती मिली, लेकिन उनका खेल उनसे नहीं छूटा। उन्होंने साल 2016 में चीन के बीजिंग में हुए एशियाई पैरा बैडमिंटन चैंपियनशिप में इंडोनेशिया के हैरी सुसांतो को हराकर भारत के लिए गोल्ड मेडल जीता। इस दौरान वे आजमगढ़ के जिला मजिस्ट्रेट के रूप में कार्यरत थे।
दिसंबर 2016 में उन्हें उत्तर प्रदेश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान, यश भारती प्रदान दिया गया। यह पुरस्कार उन्होंने 1 दिसंबर 2016 को उत्तर प्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से प्राप्त किया । वे उत्तर प्रदेश में महाराजगंज, सोनभद्र, हाथरस, प्रयागराज, जौनपुर, गौतमबुद्ध नगर और आजमगढ़ के डीएम रह चुके हैं।
Suhas LY को कोविड-19 महामारी के समय 3 मार्च 2020 को गौतमबुद्ध नगर का डीएम बनाया गया था। फिलहाल Suhas LY यूपी सरकार के युवा कल्याण और प्रांतीय रक्षक दल के सचिव और महानिदेशक पदों पर अपनी सेवाएं दे रहे हैं।