Vinesh Phogat CASE Verdict: भारत की स्टार महिला रेसलर विनेश फोगाट को पेरिस ओलंपिक 2024 में सिल्वर मेडल मिलेगा या नहीं, इस पर अब फैसला 16 अगस्त को आएगा। कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट्स यानी सीएएस (CAS) ने एक बार फिर से अपने फैसले को टाल दिया है।
विनेश को 100 ग्राम वजन ज्यादा होने की वजह से फाइनल के लिए डिसक्वालीफाई कर दिया गया था। इससे उनका मेडल जीतने का सपना अधूरा रह गया। विनेश ने इसके खिलाफ CAS में अपील की थी।
16 अगस्त को आने वाला फैसला यह भी तय करेगा कि वजन नापने को लेकर यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग के मौजूदा नियम बने रहेंगे या इनमें बदलाव होगा। अगर विनेश के पक्ष में फैसला आता है तो UWW को नियम बदलने के लिए मजबूर होना पड़ेगा।
विनेश की तरफ से सुनवाई के दौरान दिए गए ये चार तर्क
1. विनेश ने दलील दी कि उन्होंने कोई धोखाधड़ी नहीं की।
2. उनका वजन बढ़ना शरीर की नेचुरली रिकवरी प्रक्रिया के कारण था।
3. विनेश ने दलील में कहा कि अपने शरीर की देखभाल करना एथलीट का मौलिक अधिकार है।
4. विनेश की ओर से ये भी तर्क दिया गया कि प्रतियोगिता के पहले दिन उसके शरीर का वजन निर्धारित सीमा से कम था। वजन केवल रिकवरी के कारण बढ़ा और यह धोखाधड़ी का मामला नहीं है। अपने शरीर को स्वस्थ होने के लिए आवश्यक पोषक तत्वों की पूर्ति करना उनका मौलिक अधिकार है।
विनेश ने 7 अगस्त को किया था आवेदन दायर
CAS ने शुक्रवार को कहा, “भारतीय पहलवान विनेश फोगाट द्वारा 7 अगस्त 2024 को एक आवेदन दायर किया गया था, जिसमें महिला फ़्रीस्टाइल 50 किग्रा प्रतियोगिता के स्वर्ण पदक मैच से पहले उनके दूसरे वेट-इन में असफल होने के कारण यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग (UWW) द्वारा उन्हें बदलने के निर्णय के संबंध में आवेदन किया गया था।”
क्यूबा की लोपेज को हराकर फाइनल में किया था प्रवेश
भारतीय पहलवान फोगाट ने पेरिस ओलंपिक में महिलाओं की फ्रीस्टाइल 50 किग्रा स्पर्धा में क्यूबा की लोपेज को हराकर फाइनल के लिए क्वालीफाई किया था।
विनेश ने 8 अगस्त को रेसलिंग से की संन्यास की घोषणा
बता दें कि विनेश फोगाट ने 8 अगस्त रेसलिंग से संन्यास लेने का ऐलान कर दिया था। उन्होंने यह जानकारी सोशल मीडिया पर पोस्ट करके दी थी। विनेश फोगाट ने कहा कि मां कुश्ती मेरे से जीत गई। मैं हार गई माफ करना आपका सपना मेरी हिम्मत सब टूट चुकी है। इससे ज्यादा ताकत नहीं रही अब। अलविदा कुश्ती 2001-2024। उन्होंने माफी मांगते हुए कहा कि आप सबकी हमेशा ऋणी रहूंगी।