NEET पेपर लीक मामला EOU को सफलता हाथ लगी है। बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध ईकाई ने पेपर लीक करने के बाद उसका प्रिंट निकलवाकर अभ्यर्थियों तक पहुंचने वाले आरोपी पिंटू को झारखंड के देवघर से गिरफ्तार कर लिया है। सूत्रों के मुताबिक, आरोपी पिंटू बिहार के नालंदा का रहने वाला है। उसने चिंटू के कहने पर प्रिंट आउट निकाला था। पेपर लीक सरगना संजीव मुखिया के नेटवर्क में पिंटू और चिंटू शामिल हैं।
नीट यूजी पेपर लीक मामले में हर दिन नए खुलासे हो रहे हैं। जेई सिकंदर, संजीव मुखिया के बाद अब इस धांधली में रवि अत्री का नाम भी सामने आ रहा है, जो यूपी पुलिस सिपाही भर्ती पेपर लीक का मास्टरमाइंड माना जा रहा है। रवि को यूपी एसटीएफ ने 10 अप्रैल को गिरफ्तार किया था।
दरअसल, उत्तर प्रदेश पुलिस सिपाही भर्ती पेपर लीक केस में यूपी की स्पेश टास्क फोर्स ने रवि अत्री के साथ ही 18 आरोपियों के खिलाफ यूपी सिपाही भर्ती घोटाले में चार्जशीट दाखिल की है। रवि अत्री ग्रेटर नोएडा का रहने वाला है, जो कि इस पूरे मामले का खिलाड़ी बताया जा रहा है। रवि अत्री और राजीव नयन मिश्रा ने ही मिलकर उत्तर प्रदेश पुलिस की सिपाही भर्ती परीक्षा का पेपर लीक किया था। यूपीएसटीएफ़ ने 10 अप्रैल को रवि अत्री को मेरठ से गिरफ्तार कर जेल भेजा था। अब NTA के द्वारा आयोजित नीट परीक्षा गड़बड़ी मामले में भी इसका कनेक्शन सामने आया है।
जानकारी के मुताबिक, यूपी कांस्टेबल भर्ती पेपर लीक का मुख्य आरोपी रवि अत्री बिहार के संजीव मुखिया और अतुल वत्स के साथ जुड़ा हुआ है। रवि अत्री और संजीव मुखिया का बेटा डॉक्टर शिव कुमार ने साथ में पढ़ाई भी की है। संजीव मुखिया का बेटा बीपीएससी टीचर परीक्षा का पेपर लीक करने के मामले में पहले से जेल में है।