Delhi AIIMS: आजकल के युवा पिज्जा, मोमोज, बर्गर, नूडल्स बहुत ही चाव से खाना पंसद करते हैं। खासतौर पर यह लड़कियों में अधिक देखा जा रहा है। क्योंकि आजकल घर बैठे यदि बाहर का कुछ खाने का मन है तो उसे घर बैठे ही आसानी से मंगाया जा सकता है। सबकुछ फोन पर ही उपलब्ध है, घर बैठे फोन से ही अपनी मनपंसद चीज को कुछ ही मिनटों में डोमिनोज, स्वीगी, जोमेटो से मंगाया जा सकता है। लेकिन क्या आप जानते हैं जो चीज आप चाव के साथ खा रहे हैं, वो आपके स्वास्थ्य के लिए कितनी हानिकारक है। खासतौर पर लड़कियों के लिए ज्यादा हानिकारक है।
दिल्ली के एम्स हॉस्पिटल से एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसको सुनकर शायद आप दंग रह जाए। दरअसल, दिल्ली एम्स हॉस्पिटल में 600 लड़कियां इलाज के लिए पहुंची हैं, जो एक ही परेशानी से जूझ रही हैं। AIIMS के डिपार्टमेंट ऑफ गायनेकॉलोजी एंड ओब्टेट्रिक्स में इलाज के लिए पहुंचीं इन लड़कियों की समस्या एक जैसी थी और वो थी बच्चे पैदा न होना। इनमें ज्यादातर लड़कियां 28 से 35 साल की थीं। डॉक्टरों के मुताबिक, जब इन महिलाओं के टेस्ट किए गए तो इनके भोजन में पोषण की जगह जंक फूड का सेवन ज्यादा मिला था, जिसकी वजह से ये लड़कियां ओबेसिटी और PCOS की परेशानी से ग्रस्त थीं। इसी कारण कंसीव करने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था।
एम्स के इनफर्टिलिटी डॉक्टर और गायनेकॉलोजिस्ट के मुताबिक, भारतीय लड़कियों में पॉलिसिस्टक ओवरी सिंड्रोम इतना कॉमन हो गया है कि देश की करीब 30% नए उम्र की लड़कियां इससे पीड़ित हैं। इसी के कारण उन्हें कंसीव करने में परेशानियां हो रही हैं। जंक फूड की वजह से वजन तेजी से बढ़ता है, जिसके कारण पीसीओएस जैसी समस्या उत्पन्न होने लगती है। पीसीओएस भी इनफर्टिलिटी का मुख्य कारण है।
क्या होता है PCOS ?
PCOS में लड़कियों को पीरियड्स अनियमित रूप से आना शुरू हो जाते हैं या फिर आपके पीरियड्स कई दिनों तक चल सकते हैं। इसके अलावा अन्य पीरियड संबंधी दिक्कतें होने लगती हैं। आपके शरीर में एण्ड्रोजन नामक हार्मोन की मात्रा भी बहुत अधिक हो सकती है। पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम एक ऐसी हार्मोनल स्थिति है जो महिला प्रजनन अंगों को प्रभावित करती है। यह प्रत्येक 10 महिलाओं में से लगभग 1 को प्रभावित करता है। ऐसे में जिन्हें पीसीओएस की बीमारी है और वे बच्चे पैदा करना चाहती हैं तो सबसे पहले इस बीमारी को ठीक करना जरूरी है।