Lok Sabha Election: लोकसभा चुनाव 2024 का महापर्व मनाया जा रहा है। जीत हासिल करने के लिए राजनीतिक पार्टियां जोर शोर से मेहनत भी कर रही हैं। जनसभाएं और रैलियों को संबोधित करते हुए विपक्ष पर तंज कसा जा रहा है। इस दौरान पार्टी के कई नेता ऐसे बयान भी दे देते हैं, जोकि सियासी गलियारों में चर्चा का विषय बन जाता है। ऐसे में सीएम योगी के एक बयान पर सपा मुखिया अखिलेश यादव ने पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि वसूली को चंदा कहने वाले, अब प्रसाद को चूरन कह रहे हैं। कभी ये छियालिस में छप्पन वाली उल्टी गणित समझाते हैं। इनका सब कुछ उल्टा-पुल्टा है, इसीलिए इस बार जनता इनको उलटने-पलटने जा रही है।
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सीएम योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधते हुए कहा कि जनता सही पाठ पढ़ाने के लिए भाजपा की क्लास लेने को तैयार है। पहले चरण का मतदान हो चुका है। आने वाले अंतिम चरण तक बीजेपी का इलाज जनता कर देगी। इस बार भाजपा सत्ता में नहीं आने वाली है, क्योंकि इस बार उत्तर प्रदेश की जनता इन्हें सबक सीखने जा रही हैं।
दरअसल, सीएम योगी ने इटावा के जसवंतनगर में मैनपुरी लोकसभा सीट से भाजपा उम्मीदवार के समर्थन में जनसभा की थी। उन्होंने कहा था कि उन्हें शिवपाल पर तरस आता है। आज इनकी क्या हालत हो गई है। अगर कोई कार्यक्रम होता है तो उनको बैठने के लिए सोफा नहीं मिलता, सिर्फ हत्था मिलता है। यह चूरन खाने के आदी हो गए हैं।
वहीं, शिवपाल सिंह यादव ने सीएम योगी के इस बयान पर पलटवार करते हुए कहा था कि ज्ञानी सीएम को यह पता नहीं है कि भगवान सत्यनारायण की कथा के पश्चात चूरन नहीं प्रसाद वितरित होता है। पवित्र प्रसाद को चूरन कहना करोड़ों श्रद्धालुओं की आस्था का अपमान है।