रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद अयोध्या में आने वाले दर्शनार्थियों और पर्यटकों के लिए अब अयोध्या दर्शन आसान होगा। पर्यटकों की संख्या में कई गुना वृद्धि को देखते हुए अवध विश्वविद्यालय और कौशल विकास विभाग टूरिस्ट गाइड की प्लानिंग कर रहा है। पर्यटन विभाग के गाइड वहां पहले से ही मौजूद हैं। लेकिन, अब ख़ास तौर पर अयोध्या के लिए न सिर्फ टूरिस्ट गाइड तैयार होंगे, बल्कि होटल व्यवसाय और दूसरे क्षेत्रों में भी पर्यटकों की मदद के लिए प्रोफेशनल्स तैयार किए जाएंगे।
अब राम नगरी को समझना होगा और आसान
श्रीराम मंदिर दर्शन करने आने वाले दर्शनार्थियों और पर्यटकों के लिए अब अयोध्या दर्शन और भी ज्यादा आसान होगा। ‘कनक भवन’ का इतिहास हो या ‘भरत कूप’ की मान्यता या फिर नागेश्वर नाथ से जुड़ी कथा, इन सबके बारे में अब अयोध्या में मौजूद टूरिस्ट गाइड बताएंगे। देश के हर राज्य से ही नहीं दुनिया भर से आने वाले पर्यटकों के लिए गाइड के माध्यम से रामनगरी को समझना आसान होगा। अयोध्या में पर्यटकों की बढ़ती संख्या को देखते हुए नए टूरिस्ट गाइड और पर्यटन से जुड़े दूसरे प्रोफेशनल तैयार करने की पहल की गई है।
शुरू किया गया कोर्स
अयोध्या की राम मनोहर लोहिया अवध यूनिवर्सिटी ने कौशल विकास विभाग के साथ मिल कर इसके लिए कोर्स शुरू किया है। पहले बैच की ट्रेनिंग शुरू की गई है। विश्वविद्यालय के व्यवसाय प्रबंध और उद्यमिता विभाग के अंतर्गत ये कोर्स शुरू किया गया है। पर्यटन के रोजगार परक कोर्स के जरिए युवा गाइड और प्रोफेशनल तैयार करने के लिए विश्वविद्यालय का अयोध्या नगर निगम के बीच समझौता (MoU) हुआ है। इस कोर्स के तहत 300 घंटे की पढ़ाई और ट्रेनिंग दी जाएगी, जिसके तहत यहां से सर्टिफिकेट कोर्स करने वाले युवाओं को अयोध्या नगर निगम लाइसेंस देगा।
अवध यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर जसवंत सिंह ने बताया कि ‘निश्चित रूप से इस कोर्स से यहां आने वाले पर्यटकों को लाभ होगा। युवाओं को रोजगार भी मिलेगा। इसका लक्ष्य भी यही है। खास बात ये है कि इसमें लड़कों के अलावा बड़ी संख्या में लड़कियों ने भी रुचि दिखाई है। अयोध्या नगर निगम के लाइसेंस के बाद नए टूरिस्ट गाइड अयोध्या में काम करते दिखेंगे।’
ये कोर्स भी होंगे शुरु
टूरिस्ट गाइड के अलावा अयोध्या में पर्यटन की सम्भावनाओं को देखते हुए पर्यटन उद्योग से जुड़े दूसरे प्रोफेशनल भी तैयार किए जाएंगे। ये कोर्स होटल और हॉस्पिटैलिटी सेक्टर से जुड़े होंगे। अवध यूनिवर्सिटी ऐसे चार शॉर्ट टर्म कोर्स शुरू करेगा। ये सर्टिफिकेट कोर्स होंगे। इनसे अयोध्या में पर्यटन कई गुना बढ़ने से युवाओं को रोज़गारपरक शिक्षा मिलेगी। सर्टिफिकेट इन डेस्टिनेशन मैनेजमेंट, फ्रंट ऑफिस रिसेप्शन, इटिनरी प्रेपरेशन, जर्नलिज्म एंड टूरिज्म के पाठ्यक्रम शुरू किए जाएंगे। इन पाठ्यक्रमों के तहत युवाओं को अपने चयनित क्षेत्र में ट्रेनिंग के साथ अयोध्या की सांस्कृतिक विरासत और विकास यात्रा के बारे में भी पढ़ाया जाएगा। टूरिस्ट गाइड के कोर्स के लिए योग्यता इंटरमीडिएट है जबकि अन्य चारों सर्टिफिकेट कोर्स के लिए किसी भी स्ट्रीम का ग्रैजुएट होना होगा। भाषा पर पकड़ अच्छी होनी चाहिए।
पर्यटन विभाग के टूरिस्ट गाइड पहले से ही अयोध्या में काम कर रहे हैं। श्रीराम मंदिर के लोकार्पण और अयोध्या में देशी विदेशी पर्यटकों की संख्या बढ़ने पर उनको अच्छा अनुभव हो इसके लिए ये टूरिस्ट गाइड को बेहतर व्यवहार की भी ट्रेनिंग दी गई है। अब पर्यटकों को आमद के लिए अयोध्या में खास तौर पर युवाओं को तैयार करने से बेहतर परिणाम मिलेंगे। अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के बाद यहां आने वाले पर्यटकों की संख्या कई गुना बढ़ गई है। रोज करीब 1 लाख से ज्यादा दर्शनार्थी और पर्यटक आ रहे हैं।