Hathras News: यूपी के हाथरस में हुए सत्संग हादसे में अब तक 100 से भी ज्यादा जानें जा चुकी हैं। इसी के साथ कई लोगों के घायल होने की खबर भी सामने आ रही है। हादसे में हुईं मौंतों का आंकड़ा लगातार बढ़ रहा है, लेकिन उत्तर प्रदेश में ऐसी घटना पहली बार नहीं हुई है, बल्कि पहले भी हाथरस जैसी कई घटनाएं हो चुकी हैं। आइए इनके बारे में जानते हैं…
श्मशान बन गया था कुंभ का मैदान
जब साल 2013 में प्रयागराज में कुंभ मेले का आयोजन किया गया था तो मेले में भगदड़ मचने से 36 लोगों की जान चली गई थी। इसके साथ ही 39 लोग घायल हो गए थे। इससे पहले भी कुंभ मेले में भीड़ के बेकाबू होने से हजारों लोग अपनी जान गंवा चुके हैं।
प्रतापगढ़ में भी हुआ था हादसा
उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ में हाथरस की तरह भीड़ के बेकाबू हो जाने से हड़कंप मच गया था। 4 मार्च 2010 को संत कृपालु महाराज के कुंडा में मौजूद आश्रम में गरीबों और जरूरतमंदों को थाली और कंबल बांटे जा रहे थे। इस दौरान कार्यक्रम में भगदड़ मच गई, जिसमें 63 लोगों की जान चली गई थी और 100 से भी ज्यादा लोग घायल हुए थे।
जयगुरुदेव के सत्संग में मची थी भगदड़
19 नवंबर 2019 में जयगुरुदेव के सत्संग के दौरान अचानक भगदड़ मच गई थी। इस दुर्घटना में 14 लोगों की मौत हो गई थी और 60 से ज्यादा लोग घायल हो गए थे। ये समागम वाराणसी में आयोजित कराया गया था।