देशभर में गर्मी बढ़ती जा रही है। ऐसे में अयोध्या भी तप रही है। सोमवार को अयोध्या में अधिकतम तापमान 41 डिग्री सेल्यिस हो गया था। बढ़ती गर्मी को देखकर रामलला की दिनचर्या में बदलाव किया गया है। जी हां रामलला के गर्भगृह में पहले कूलर की व्यवस्था थी, लेकिन अधिक गर्मी पड़ने के कारण अब रामलला के गर्भगृह में AC की व्यवस्था की गई है। ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने राम मंदिर में AC लगवाया है। चंपत राय का कहना है कि रामलला की सेवा को लगातार बेहतर बनाने के लिए हर छोटी से छोटी चीजों पर ध्यान दिया जा रहा है।
22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के समय ठंड का मौसम था, लेकिन अब गर्मी का सितम जारी है। इसी के चलते हर रोज रामलला के जलाभिषेक के बाद उन्हें हल्की कढ़ाई वाले सूती वस्त्र पहनाए जाते हैं, ताकि रामलला को गर्मी न लगे। रामलला जो वस्त्र पहनते हैं, उन वस्त्रों को दिल्ली के फैशन डिजाइनर मनीष त्रिपाठी खुद डिजाइन कर भेजते हैं। मनीष त्रिपाठी ने पिछले चार महीने से ये सेवा शुरू की है, वो ऐसे ही एक साल तक रोज रामलला के लिए कपड़े भेजेंगे।
हल्के आभूषणों से रामलला का श्रृंगार किया जा रहा है। साथ ही रामलला को ठंडक देने के लिए चमेली, गुलाब, गेंदा के साथ कई फूलों से श्रृंगार किया जा रहा है। रामलला के श्रृंगार के बाद फूलों से सजी थाली में केवल एक दीपक जलाकर आरती की जाती है, जिससे कि भगवान को आंच न लगे। इसके अलावा सुबह और शाम के भोग के दौरान जलपान में खुरचन का पेड़ा व रबड़ी दिया जाता है। इस भोग में सत्तू, फलों का जूस और खीरा दिया जा रहा है।
मंदिर के अधिकारी सूर्य प्रकाश शरण बताते हैं कि रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद उनमें प्राण हैं। इसलिए रामलाल के विश्राम, श्रृंगार और भोग की व्यवस्था की जाती है। उन्होंने कहा कि भगवान को भी भूख और प्यास लगती है। रामलला अपने भक्तों को समय-समय पर संकेत देकर या सपने में आभास कराते रहते हैं।