Lok Sabha Election Opinion Poll: उत्तर प्रदेश आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर एक अहम राज्य होने जा रहा है। इसमें कोई शक नहीं कि 80 लोकसभा वाले इस राज्य से होकर ही दिल्ली का द्वार खुलेगा। भाजपा इस बार भी अपनी जीत के प्रति आश्वस्त है तो विपक्ष में महागठबंधन बना चुका ‘इंडिया’ किसी तरह से सत्तारूढ़ पार्टी को रोकने के लिए कवायद कर रहा है।
यूपी में क्या कहता है ओपिनियन पोल?
उत्तर प्रदेश में एक समय समाजवादी पार्टी की तूती बोलती थी। लेकिन भाजपा की योगी सरकार के आने के बाद यहां एक तरह से मोदी-योगी लहर देखने के लिए मिली है। इसी वजह से बीजेपी यहां ना केवल लोकसभा बल्कि विधानसभा सीटों पर भी झंडे गाड़ने में कामयाब हुई है।
अब जब लोकसभा की तारीखों का कभी भी ऐलान हो सकता है तो ओपिनियन पोल (एबीपी न्यूज और सी वोटर) के नतीजे भाजपा की लीडरशिप वाले एनडीए के पक्ष में अपने आंकड़े पेश कर चुके हैं। उत्तर प्रदेश में भाजपा के साथ रालोद के अलावा अपना दल और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी भी एनडीए का हिस्सा है।
यूपी में लोकसभा चुनाव में क्या होगा?
‘इंडिया’ गठबंधन के बैनर तले अखिलेश यादव की सपा और कांग्रेस एक साथ है। ओपिनियन पोल के मुताबिक इस गठबंधन के खाते में केवल 6 सीटें ही जा रही हैं। बाकी 74 सीटों पर एक बार फिर से एनडीए का परचम लहराने की बात हुई है। ये आंकड़े कांग्रेस से ज्यादा अखिलेश यादव को टेंशन देंगे।
वहीं, वोट प्रतिशत की बात करें तो एनडीए (51%)और इंडिया (35%) के बीच 16 प्रतिशत का अंतर है। BSP को 8 प्रतिशत और बाकियों को 6 प्रतिशत वोट मिलने का अनुमान लगाया गया है।
मोदी-योगी के क्रेज से बचना मुश्किल
यूपी में योगी आदित्यनाथ और राष्ट्रीय फलक पर मोदी की बतौर लीडर लोकप्रियता को देखते हुए ये आंकड़ा छूना असंभव नहीं है। भाजपा खुद यूपी की सभी सीटों पर एनडीए की दावेदारी जता रही है। फिलहाल इस पोल से ‘इंडिया’ गठबंधन के माथे पर शिकन पड़नी तय हैं।