देश की सभी राज्य सरकारें जनता के वोट पाने के लिए आए दिन कोई न कोई योजना लेकर आते ही रहती है। ऐसी कई लाभकारी और कल्याणकारी योजनाएं सरकार द्वारा चलाई जा रही है, जिसकी जानकारी ज्यादातर आम लोगों को नहीं होती हैं। इन तमाम योजनाओं में से एक योजना है ‘आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना-मुख्यमंत्री योजना’। इस योजना के तहत राज्य के लोगों को सरकार द्वारा मुफ्त में इलाज कराया जाता है। अगर आप भी इस योजना का लाभ लेना चाहते है, तो यह खबर आपके लिए ही हैं।
केंद्र सरकार द्वारा आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना-मुख्यमंत्री योजना के तहत राज्य के पात्र लोगों के आयुष्मान कार्ड बनाए जा रहे हैं। कार्ड बनने के बाद ये लोग आयुष्मान कार्ड द्वारा सूचीबद्ध किए गए अस्पताल में अपना 5 लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज करा सकते है। इस इलाज का पूरा खर्चा सरकार उठाती है।
अगर आप आयुष्मान कार्ड बनवाना चाहते है, तो पहले आपका यह जानना बेहद आवश्यक है कि आप इस योजना के लिए आवेदन करने के पात्र है या नहीं।
ये लोग कर सकते है आवेदन
आयुष्मान कार्ड के लिए आवेदन करने के लिए यह बेहद आवश्यक है कि आप किसी भी संगठन क्षेत्र में काम नहीं करते हो। आगर आपके परिवार में कोई दिव्यांग है तो आप आवेदन कर सकते है। अगर आप अनुसूचित जाति या जनजाति और निराश्रित या फिर आदिवासी वर्ग के है तो आप आवेदन के पात्र है। दिहाड़ी मजदूरी करने वाले भी इस कार्ड का आवेदन कर सकते है। ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले भी कार्ड के लिए आवेदन कर सकते है।
ये लोग नहीं कर सकते है आवेदन
अगर आप किसी संगठित क्षेत्र से जुड़े है तो आप आयुष्मान कार्ड के लिए आवेदन नहीं कर सकते है। जिन लोगों का पीएफ कटता हो, सरकारी नौकरी करते है, या फिर करदाता हो, ये लोग आयुष्मान कार्ड के आवेदन करने के पात्र नहीं है।
आवेदन करने का तरीका
अगर आप आयुष्मान कार्ड बनाने के पात्र है तो आप पहले अपने नजदीकी जनसेवा केंद्र जाए। वहां पर संबंधित अधिकारी से मिलकर मांगे गए डॉक्यूमेंट दें, जिन्हें वेरिफाई किया जाएगा। फिर आपकी पात्रता चेक की जाएगी और जांच सही पाए जाने पर आपके आवेदन को स्वीकार कर दिया जाएगा।