Lok Sabha Election 2024 Result: अभी केंद्र में NDA की सरकार बने कुछ ही दिन हुए हैं, लेकिन इस बीच RSS के शीर्ष नेतृत्व ने जो रुख अपनाया है, वो कई बड़े संकेत दे रहा है। सवाल उठ रहे है कि क्या BJP की कार्यशैली से RSS नाराज है। मोहन भागवत के बाद इंद्रेश कुमार का हालिया बयान कुछ इसी ओर इशारा कर रहा है। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के नेता इंद्रेश कुमार ने लोकसभा चुनाव के नतीजे पर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने सत्तारूढ़ बीजेपी को ‘अहंकारी’ और विपक्षी गठबंधन इंडिया ब्लॉक को ‘राम विरोधी’ करार दिया। इंद्रेश कुमार का ये बयान ऐसे सवालों को जन्म दे रहा है कि RSS और BJP के बीच सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है।
RSS के हालिया रुख ने PM मोदी के नेतृत्व में BJP की अगुवाई वाली NDA सरकार की मुसीबत बढ़ा दी है। पहले मणिपुर पर RSS प्रमुख ने जिम्मेदार हुक्मरानों को उनका फर्ज़ याद दिलाया, तो वहीं इशारों इशारों हिदायत भी दे दी कि अहंकार करने वाले सेवक नहीं होते हैं। सरकार को मिलजुलकर आपसी सहयोग से देशहित में आगे बढ़ना चाहिए, अहंकार ना पाले, काम करें। RSS प्रमुख के इस रुख के बाद, इंद्रेश कुमार ने एक तरीके से जो बयान दिया, वो साफतौर पर BJP की बाखिया उधेड़ रहा है।
दरअसल, राजस्थान के जयपुर में एक कार्यक्रम में संबोधन के दौरान, इंद्रेश कुमार खुलकर बोले हैं। उन्होंने कहा कि
राम सबके साथ न्याय करते हैं, 2024 के लोकसभा चुनाव को ही देख लीजिए। जिन्होंने राम की भक्ति की, लेकिन उनमें धीरे-धीरे अंहकार आ गया, उस पार्टी को सबसे बड़ी पार्टी बना दिया, लेकिन उसको जो पूर्ण हक मिलना चाहिए, जो शक्ति मिलनी चाहिए थी, वो भगवान ने अहंकार के कारण रोक दी।
इंद्रेश कुमार ने आगे कहा, “जिन्होंने राम का विरोध किया, उन्हें बिल्कुल भी शक्ति नहीं दी। सब मिलकर भी नंबर-1 नहीं बने। नंबर-2 पर खड़े रह गए। इसलिए प्रभु का न्याय विचित्र नहीं है, सत्य है, बड़ा आनंददायक है। जिस पार्टी ने राम की भक्ति की, लेकिन अहंकारी हो गई, उसे 241 पर रोक दिया गया, लेकिन उसे सबसे बड़ी पार्टी बना दिया गया। जिनकी राम में कोई आस्था नहीं थी, उन्हें एक साथ 234 पर रोक दिया गया। लोकतंत्र में रामराज्य का विधान देखिए, जिन्होंने राम की भक्ति की लेकिन धीरे-धीरे अहंकारी हो गए, वो पार्टी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी, लेकिन जो वोट और ताकत मिलनी चाहिए थी, वो भगवान ने उनके अहंकार के कारण रोक दी।”
RSS प्रमुख मोहन भागवत के बाद इंद्रेश कुमार का ये बयान बताता है कि BJP और RSS के बीच तल्खियां बढ़ रही है और लोकसभा चुनाव के नतीजे इसकी बड़ी वजह बन गए हैं। क्योंकि BJP बतौर पार्टी बहुमत से दूर रह गई है। ऐसे वो वर्तमान वक्त में अपने सहयोगियों पर निर्भर है। ऐसे में RSS के शीर्ष नेतृत्व के ऐसे बयान BJP की बेचैनी ज़रुर बढ़ाएंगे और विपक्षी दल ऐसे बयानों को आधार बनाकर, BJP को घेरने का कोई भी मौका नहीं गवाएंगे, जिसका असर आने वाले वक्त में BJP की सियासत पर उत्तर प्रदेश के साथ साथ देश के अलग अलग हिस्से में साफतौर पर पड़ सकता है।