Vande Bharat News: देश की प्रतिष्ठित वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को लेकर अब बनारस में भी विवाद पैदा हो गया है। बनारस से आगरा के बीच चलने वाली इस ट्रेन के संचालन को लेकर एनईआर (उत्तर पूर्व रेलवे) के ड्राइवरों और गार्डों ने विरोध प्रदर्शन किया है। एनईआर के कर्मचारी इस बात से नाखुश हैं कि इस ट्रेन को चलाने का काम एनसीआर (उत्तर मध्य रेलवे) के कर्मचारियों को सौंपा गया है।
उन्होंने मांग की है कि इस ट्रेन का संचालन एनईआर के कर्मचारी ही करें। अपनी मांगों को मनवाने के लिए ड्राइवरों और गार्डों ने ट्रेन के आगे ट्रैक पर बैठकर धरना दिया और बाद में प्लेटफार्म पर भी प्रदर्शन किया। यह पहली बार नहीं है जब वंदे भारत एक्सप्रेस को लेकर विवाद हुआ हो। इससे पहले आगरा और लखनऊ में भी इसी तरह की घटनाएं देखने को मिली हैं।
आगरा में तो स्थिति इतनी बिगड़ गई थी कि चालकों और गार्डों के बीच मारपीट हो गई थी। कपड़े फाड़े गए थे और चालकों को जबरदस्ती ट्रेन से बाहर कर दिया गया था। आगरा और बनारस के बीच चलने वाली नई वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को लेकर विवाद गहरा गया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में इस ट्रेन का वर्चुअल उद्घाटन किया था, लेकिन शेड्यूल तय होने में देरी के कारण इसका संचालन शुरू नहीं हो पाया था। शुक्रवार को ट्रेन का शेड्यूल जारी किया गया और सोमवार से इसे चलाने की घोषणा की गई। दोपहर ढाई बजे वंदे भारत एक्सप्रेस बनारस स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर आठ पर पहुंची। लेकिन जैसे ही ट्रेन स्टेशन पर पहुंची, उत्तर पूर्व रेलवे (एनईआर) के ड्राइवरों ने इसका विरोध शुरू कर दिया।
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एनईआर के ड्राइवर इस बात से नाखुश हैं कि इस ट्रेन को चलाने का काम उत्तर मध्य रेलवे (एनसीआर) के ड्राइवरों को सौंपा गया है। उन्होंने मांग की है कि इस ट्रेन का संचालन एनईआर के कर्मचारी ही करें।
चालकों ने अपनी नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि यह वीआईपी ट्रेन एनईआर के क्षेत्र में भी एनसीआर (उत्तर मध्य रेलवे) के चालकों द्वारा चलाई जा रही है, जो कि नियमों के विरुद्ध है। उन्होंने कहा कि एनईआर का रूट और संचालन उन्हें अच्छी तरह से मालूम है, फिर भी जबरदस्ती इस ट्रेन को एनसीआर के चालकों को सौंपा जा रहा है।