प्रतापगढ़ के फर्नीचर कारोबारी मो. नईम की हत्या केस में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। दरअसल, मो. नईम की हत्या की सुपारी उन्हीं के बेटे ने कल्लू डॉन गैंग के सदस्यों को दी थी। बेटे ने गैंग को पिता की हत्या के लिए छह लाख रुपये की सुपारी दी थी। प्राप्त जानकारी के अनुसार, बेटा पिता द्वारा लगाई गई पाबंदियों से परेशान हो गया था। इसीलिए उसने पिता की हत्या के लिए एक लाख रुपये एडवांस दिए थे।
शूटर ने किया खुलासा
मो. नईम की हत्या के बाद जब पुलिस ने बाईपास के पास नगर पंचायत मोड़ पर एक आरोपी शूटर को पकड़ा, तब उसने इस बात का खुलासा किया। खुलासे के बाद पुलिस ने आरोपी बेटे समेत दो और आरोपियों को हिरासत में ले लिया है। बाकी आरोपियों की तलाश जारी है।
परिवार के सदस्यों का बुरा हाल
कारोबारी नईम की हत्या मामले में जब बेटे का नाम आया, तो नईम की पत्नी शमीम ने बेटे से कई सवाल किए। जनाजे से वापस लौटने के बाद शमीम ने बेटे को घर बुलाया और हत्या का कारण पूछा। रात से ही पुलिस की नईम के बेटे पर निगाह थी। मो. नईम के बड़े भाई नसीम ने बताया कि उन्हें भतीजे की हरकतों के बारे में कुछ नहीं पता था। अगर उन्हें कुछ भी जानकारी उनके भाई ने उन्हें दी होती तो आज यह नौबत नहीं आती। मझला भाई आसिफ खाड़ी देश से आ रहा है। परिवार को संभालना मुश्किल है।
बेटे ने अगवा होने की दी थी जानकारी
पिछले साल जनवरी में नईम के बेटे ने खुद के अगवा होने की जानकारी परिवार को दी थी। बेटे के अगवा होने की खबर से परिजन डर गए और उन्होंने पुलिस को जानकारी दी। पुलिस को दूसरे दिन नईम का बेटा सैफाबाद से मिला। बेटे ने पुलिस को बताया था कि कुछ लोगों ने उसे अगवा किया था, फिर उसे छोड़ दिया।
बेटे को सुधारने के लिए पिता ने लगाई थीं पाबंदियां
फर्नीचर कारोबारी मोहम्मद नईम का एक ही बेटा था। इकलौते बेटे को दोनों ने खर्च करने की खुली छूट दी थी। इतनी छूट मिलने के कारण बेटा गलत लोगों की संगत में पड़ गया। जब इसकी जानकारी पिता को लगी तो उन्होंने बेटे को सुधारने के लिए उस पर पाबंदियां लगानी शुरू कर दीं।
क्या है मामला
गुरुवार को सुबह लगभग 9.20 बजे प्रतापगढ़ के फर्नीचर व्यवसायी मोहम्मद नईम की बाइक सवार बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। बदमाशों ने नईम पर तीन गोलियां चलाईं। सीने में गोली लगने के कारण वह गिर पड़े। मौके पर मौजूद लोगों ने उन्हें तुरंत अस्पताल में भर्ती करवाया, जहां डॉक्टरों ने जांच के बाद उन्हें मृत घोषित कर दिया।