यूपी बोर्ड परीक्षाओं को लेकर अब बोर्ड ने अपनी कमर कस ली है। इसी साल 10वीं और 12वीं कक्षा की तीन करोड़ से ज्यादा उत्तर पुस्तिकाओं का मुल्यांकन करीब 1.5 शिक्षकों की तरफ से किया जायेगा। गड़बड़ी से बचने के लिए बोर्ड ने शिक्षकों को ट्रेनिंग देने का फैसला किया है। आपको बता दें उत्तर प्रदेश बोर्ड परीक्षाएं 22 फरवरी 2023 को शुरू हुई थी जो 9 मार्च को खत्म हो गयी।
जानकारी के मुताबिक, 3 करोड़ कॉपियों को 31 मार्च तक चेक किया जायेगा। जो शिक्षक बोर्ड की कॉपियां चेक करेंगे उन शिक्षकों की ट्रेनिंग करवायी जायेगी ताकि कॉपी चेक करने में कोई गड़बड़ी ना हो। इसके अलावा जिन केद्रों पर कॉपियों का मुल्यांकन होगा वहां भी सख्ती से मॉनिटरिंग की जायेगी। बोर्ड के निर्देश के मुताबिक, 16 से 31 मार्च तक कॉपियों को चेक करने का काम पूरा हो जायेगा।
हांलाकि यूपी बोर्ड परिक्षाओं और उनके परीणामों के अब तक के पैटर्न को देखा जाय तो परीक्षा समपन्न होने के बाद अगले 3 हफ्तें में कॉपियों का जांचने का काम पूरा हो जाता है। इस लिहाज से इस बार 25 अप्रैल के आस–पास बोर्ड परीक्षाओं का रिजल्ट आने की उम्मीद जतायी जा रही है। फिलहाल बोर्ड की तरफ से रिजल्ट घोषित करने को लेकर कोई आधिकारिक जानकारी सांझा नही की गयी है।
आपको बता दें यूपी बोर्ड की परीक्षाएं 22 फरवरी से शुरू हुई जो 9 मार्च तक चली। इस बार हाईस्कूल (29,47,325)और इंटरमीडिए (25,77,965) में कुल 55,25,290 छात्रों ने रजिस्ट्रेशन कराया था। वहीं बोर्ड की ओर से प्रदेश भर में कुल 8265 परीक्षा केंद्र बनाए गए थे। जिनमें राजकीय परीक्षा केंद्रों की संख्या 566 है, सवित्त परीक्षा केंद्र 3479 और वित्तविहीन 4220 परीक्षा केंद्र बनाये गये। बोर्ड के निर्देश के मुताबिक, सीसीटीवी की निगरानी में परीक्षाएं समपन्न करवायी गयीं।