लोकसभा चुनाव को लेकर भाजपा ने अपने उम्मीदवारों की दूसरी लिस्ट जारी कर दी है। भाजपा द्वारा जारी की गई दूसरी लिस्ट में यूपी की किसी भी सीट से प्रत्याशियों का नाम नहीं बताया गया है। लिस्ट में नाम न होने की वजह से 24 सीटों की टिकट की दावेदारी में लगे प्रदेश के नेताओं की धड़कने बड़ी हुई हैं। किन नेताओं को भाजपा अपना प्रत्याशी घोषित करेंगी इस पर अभी सस्पेंस जारी है।
17 से 18 मार्च तक आ सकती है भाजपा की तीसरी लिस्ट
सूत्रों के अनुसार, भाजपा उम्मीदवारों की तीसरी लिस्ट 17 से 18 मार्च तक जारी कर सकती है। भाजपा तीसरी लिस्ट में बचे सीटों के उम्मीदवारों की घोषणा की जा सकती है। इस लिस्ट में अपना नाम शामिल करने के लिए सभी नेता तैयारियों में जुट चुके हैं।
56 सीटों पर होंगे NDA के उम्मीदवार
भाजपा द्वारा जारी की गई पहली लिस्ट में यूपी की 80 में से 51 सीटों से उम्मीदवारों की घोषणा की गई थी। भाजपा सहयोगी दलों को 5 सीटें देने के लिए तैयार भी हो गई थी। भाजपा ने 56 सीटों पर एनडीए के उम्मीदवारों को लगभग तय कर दिया है। भाजपा ने बिजनौर, बागपत, घोसी, मिर्जापुर व राबर्ट्सगंज पांच सीटों को तीन सहयोगी दलों में बांट दी है।
पुराने कई उम्मीदवारों को फिर से मिल सकता है मौका
भाजपा को बची हुई 24 सीटों पर उम्मीदवारों को घोषित करना है। ये सीटें वही हैं, जहां पर पिछले चुनाव में जीतने वाले एवं चुनाव लड़कर हारने वाले उम्मीदवारों को टिकट देने पर विचार हो रहा है। हालांकि, पहली सूची में भाजपा के 51 प्रत्याशी पार्टी के पुराने नेता ही हैं।
इन बड़े नेताओं के नामों पर जारी है सस्पेंस
बची हुई 24 सीटों के लिए उम्मीदवारों की लिस्ट आनी अभी बाकी है। संभावना जताई जा रही है कि भाजपा पार्टी के बड़े नेता व सांसद रीता बहुगुणा जोशी, वरुण गांधी, मेनका गांधी, जनरल वीके सिंह, बृजभूषण शरण सिंह, रमापति राम त्रिपाठी, संघमित्रा मौर्य, सत्यदेव पचौरी, संतोष गंगवार के नामें की घोषणा कर सकती हैं।
वो सीटें जहां उम्मीदवारों के चयन में हो रही दिक्कत
मुरादाबाद, गाजियाबाद, अलीगढ़, मेरठ, हाथरस, फिरोजाबाद, बरेली, पीलीभीत, सुल्तानपुर, गोंडा, बदायू, रायबरेली, कौशांबी, प्रयागराज, कैसरगंज, कानपुर, गाजीपुर, मछली शहर, बलिया, बहराइच, भदोही, देवरिया, मैनपुरी तथा फूलपुर की सीटों पर भाजपा को अपने म्मीद्वारों के चयन प्रकीया में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। दरअसल, ये वे सीटें हैं जहां पर मौजूदा सांसदों व चुनाव हारने वाले भाजपा नेताओं को लेकर संशय बना हुआ है।