अयोध्या में बरसों बाद रामलला का जब आगमन हुआ तो हर कोई खुश नजर आया। बड़े ही धूमधाम से रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की गई, जिसके बाद से ही हर रोज हजारों की संख्या में श्रद्धालु अयोध्या पहुंचे रहे हैं और प्रभु राम के दर्शन कर रहे हैं। भगवान राम भी हर रोज नई डिजाइनर की पोशाक पहन कर अपने भक्तों को दर्शन दें रहे हैं। डिजाइनर मनीष त्रिपाठी का कहना है कि ये पोशाक दिल्ली के कार्यशाला में तैयार की जाती है। साथ ही पोशाक रोजाना फ्लाइट से दिल्ली से अयोध्या भेजे जाते हैं।
डिजाइनर मनीष त्रिपाठी के मुताबिक, अयोध्या में 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद से ही प्रभु रामलला के लिए रोजाना तौर पर नए कपड़े डिजाइन किए जाते हैं। उन्होंने कहा कि भगवान राम के जरिए पारंपरिक धरोहर को प्रमोट करने का मौका उन्हें मिल रहा है। उनका मकसद लोकल टु ग्लोबल है, यानी दुनिया को ये दिखाना कि छोटे बुनकर भी पारंपरिक परिधान को संवार सकते हैं।
ऐसे होता है डिजाइन का चयन
डिजाइनर मनीष त्रिपाठी ने बताया कि भगवान राम के पोशाक के लिए पहले तो ट्रस्ट ने गाइडलाइंस बताई थी। इसके मुताबिक, राम लला की पोशाक का हर दिन अलग रंग होना चाहिए। हफ्ते में 7 रंगों के पोशाक बनते हैं, मंगलवार को लाल, बुधवार को हरा, शनिवार को नीला इत्यादि। इसी के आधार पर टेक्सटाइल का चयन होता है। वो कहते हैं ये सब भगवान खुद कराते हैं, नाम सिर्फ मेरा हो रहा है।
2016 से बना रहे हैं रामलला के पोशाक
डिजाइनर मनीष त्रिपाठी का कहना है कि साल 2016 से वो रामलला के पोशाक तैयार कर रहे हैं। यूपी खादी इंडस्ट्री के सहयोग से 2016 में पहली बार पोशाक बनाया था, योगी जी को पसंद आया। उस वक्त जब श्रीराम टेंट में विराजमान होते थे। तब से लेकर अब तक वहीं, प्रभु रामलला के पोशाक तैयार कर रहे हैं।