Sawan Shivratri: क्या आप जानते हैं कि भगवान शिव का सबसे प्रिय त्योहार शिवरात्रि साल में दो बार मनाई जाती है। एक तो फरवरी-मार्च में मनाई जाती और दूसरी सावन में। सावन माह की शिवरात्रि का विशेष महत्व होता है। शिवभक्त भगवान शिव के लिए व्रत रखते हैं और भोलनाथ की विधि-विधान से पूजा अर्चना करते हैं। बता दें कि इस बार की श्रावण शिवरात्रि काफी विशेष हैं, क्योंकि इस बार सावन शिवरात्रि पर 19 साल बाद एक खास संयोग पड़ रहा है।
ऐसे में अगर शिवभक्त आज शिवरात्रि का व्रत करते हैं, तो उनको इस व्रत का दोगुना फल प्राप्त हो सकता है। चलिए जानते हैं शिवरात्रि पर पड़ने वाले शुभ योग, इसके पूजा मुहूर्त और विधि के बारे में …
शुभ योग
सावन शिवरात्रि के विशेष दिन पर सर्वार्थ सिद्धि योग का निर्माण हो रहा है। इस योग का समय आज सुबह 10:59 से लेकर 3 अगस्त सुबह 6 बजकर 2 मिनट तक रहने वाला है।
Sawan Shivratri: शुभ मुहूर्त
सावन शिवरात्रि के दिन आज सुबह 4 बजकर 31 मिनट से 5 बजकर 15 मिनट तक रहने वाला है। उसके बाद अगर आप दोपहर में पूजा करना चाहते हैं, तो विजय मुहूर्त दोपहर 2 बजकर 45 मिनट से 3 बजकर 37 मिनट तक रहने वाला है। वहीं, गोधूलि मुहूर्त शाम 07 बजकर 08 मिनट से 08 बजकर 13 मिनट तक रहेगा और निशिता मुहूर्त रात 12 बजकर 12 मिनट से 12 बजकर 55 मिनट तक रहने वाला है।
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Sawan Shivratri: पूजा विधि
सावन शिवरात्रि की पूजा करने के लिए आपको फूल, शहद, दही, धतूरा, बेलपत्र, रोली, दीपक, पूजा के बर्तन और साफ जल समेत गंगाजल की जरूरत पड़ेगी। सामग्री एकत्रित करने के बाद आप पूजा करने के लिए भक्त सुबह मंदिर जा सकते हैं या घर पर भी भोलेनाथ की पूजा-अर्चना कर सकते हैं। शिवरात्रि पर भगवान शिव को कच्चे दूध और गंगाजल से अभिषेक करें। इसके बाद एक-एक करके पूजा की सभी सामग्री भगवान पर अर्पित करें। फिर देसी घी का दीपक भगवान के समक्ष जलाएं। शिव पूजा का समापन करने के लिए भगवान को भोग लगाने के बाद शिव आरती और शिव मंत्रों का जाप करें।