उत्तर प्रदेश के आगरा में महिला कांस्टेबल की ड्यूटी को लेकर कई बड़े बदलाव किए गए हैं। साथ ही प्रशिक्षु महिला दरोगाओं की बैठक बुलाई गई, जिसमें इस बात पर चर्चा की गई कि ड्यूटी के दौरान उन्हें किन दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। बैठक के दौरान महिला दरोगाओं ने कई चौकाने वाले खुलासे किए।
जानकारी के मुताबिक, सोमवार को आगरा में एसीपी एत्मादपुर सुकन्या शर्मा ने महिला दरोगाओं की एक बैठक बुलाई। बैठक के दौरान महिला दरोगाओं का दर्द छलक उठा। उन्होंने बताया कि सिटी जोन में तैनात एक एसीपी रात को अपने फ्लैट पर अर्दली रूम(ओआर) लेते हैं। इतना ही नहीं घंटों महिला दरोगाओं को खड़ा रखते हैं। बैठने के लिए कुर्सी तक नहीं देते।
इससे पहले आगरा के थाना एत्माउद्दौला में तैनात एक प्रशिक्षु महिला दरोगा ने इंस्पेक्टर पर गंभीर आरोप लगाए। महिला दरोगा का आरोप था कि इंस्पेक्टर अश्लील हरकत करते हैं। रात में कमरे पर बुलाते हैं। फोन पर अश्लील मैसेज भेजते हैं। इतना ही नहीं थाने में अकेला पाकर अश्लील हरकत करते हैं। विरोध करने पर रिपोर्ट देने की धमकी देते हैं। कहते हैं नई नौकरी है, छूट जाएगी। ऐसे ही कई थाना प्रभारियों के बारे में शिकायतें सामने आईं। इस पर एक्शन लेने के बाद पुलिस आयुक्त ने सख्त दिशा निर्देश जारी किए हैं।
वहीं, पुलिस आयुक्त के निर्देश पर एसीपी सकुन्या शर्मा ने सभी महिला दरोगाओं की बैठक बुलाई। बैठक की शुरुआत एत्मादुद्दौला प्रकरण से की गई। बैठक में सभी महिला दरोगाओं को विशाखा गाइड लाइन के बारे में जानकारी दी गई। साथ ही प्रशिक्षु महिला दरोगाओं से कहा गया है कि अगर कोई भी सीनियर उन पर किसी भी तरह का दबाव बनाता है तो वह अधिकारियों को बताएं। महिलाओं दरोगाओं को सलाह दी गई कि वह किसी सिपाही से ज्यादा मतलब न रखें।
अब इन नियमों का होगा पालन
सूर्यास्त के बाद थानों में केवल विशेष परिस्थिति में ही महिला पुलिसकर्मी की ड्यूटी लगाई जाए।
विशेष परिस्थितियों में बाहर रहने वाली महिला पुलिसकर्मी को ड्यूटी के लिए बुलाया जाना आवश्यक है, तो सरकारी वाहन भेज कर ही बुलाया जाए।
किसी महिला पुलिसकर्मी को थाना प्रभारी अथवा अन्य किसी अधिकारी के हमराह की ड्यूटी में नहीं लगाया जाए।
ड्यूटी में ले जाना आवश्यक है तो कम से कम दो महिला पुलिसकर्मी ले जाएं।
महिला पुलिसकर्मियों की रात्रि गणना सूर्यास्त से पहले ही कर ली जाए।
महिला इंस्पेक्टर, महिला दरोगा का अर्दली रूम दिन के समय थाना कार्यालय अथवा एसीपी कार्यालय में ही किया जाए।