Kinnar Mahamandaleshwar Himangi: देश में होने वाले लोकसभा चुनाव में सबसे अंतिम यानी सातवें चरण में वाराणसी में मतदान किया जाएगा। भले ही इस सीट पर सबसे लास्ट में वोटिंग होगी। लेकिन काशी में चुनावी हलचल और लोगों की दिलचस्पी बढ़ गई है। ऐसा इसलिए हुआ है, क्योंकि वाराणसी लोकसभा सीट से पीएम मोदी को किन्नर महामंडलेश्वर हिमांगी ने चुनौती देने का ऐलान कर दिया है।
कौन हैं हिमांगी सखी?
हिमांगी सखी किन्नर महामंडलेश्वर हैं, जोकि 5 भाषाओं में भागवत कथा सुनाने के लिए जानी जाती हैं। साथ ही उन्होंने कई बार किन्नर समाज के हक के लिए आवाज भी उठाई है। हिमांगी सखी ने कहा कि किन्नर समाज को उनका अधिकार और सम्मान दिलाने के लिए वह चुनावी मैदान में उतरी हैं। प्रधानमंत्री का ‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’ नारा अच्छा है लेकिन ‘किन्नर बचाओ-किन्नर पढ़ाओ’ की आवश्यकता नहीं समझी गई।
अखिल भारत हिंदू महासभा ने बनाया प्रत्याशी
वाराणसी लोकसभा सीट से अखिल भारत हिंदू महासभा ने हिमांगी सखी को अपना उम्मीदवार बनाया हैं। 27 मार्च को महासभा की यूपी इकाई ने उत्तर प्रदेश की 20 लोकसभा सीटों पर प्रत्याशियों का ऐलान किया था। इसमें उन्होंने वाराणसी संसदीय क्षेत्र से किन्नर महामंडलेश्वर हिमांगी सखी को चुनावी टिकट भी दिया था। वाराणसी से चुनाव लड़ने वाली हिमांगी सखी का कहना है कि वो किन्नरों के हक के लिए मैदान में उतरी हैं। वे चाहती हैं कि लोकसभा और विधानसभा में किन्नरों के लिए सीटें आरक्षित हो और किन्नर समाज भी अपनी बात रख सकें।