लोकसभा चुनाव 2024 के दौरान मध्य प्रदेश , उत्तर प्रदेश और बिहार में भी बड़ी भूमिका निभाने की तैयारी कर रहे मुख्यमंत्री मोहन यादव जब अयोध्या के महर्षि वाल्मीकि एयरपोर्ट पर पहुंचे तो उनका जोरदार स्वागत किया गया। पारंपरिक सांस्कृतिक कार्यक्रमों के बीच उन्होंने कहा कि कई जन्मों का पुण्य होता है तब आदमी अयोध्या आता है। अयोध्या जाकर जो आनंद आता है उसकी कल्पना नहीं की जा सकती। मध्य प्रदेश से अयोध्या के पुरातन रिश्ते का जिक्र करते हुए उन्होंने विक्रमादित्य को याद किया और कहा कि 500 वर्षों बाद फिर ऐसा मौका आया है जब प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के बाद अयोध्या अलौकिक नगरी बन गई है। उन्होंने यूपी सरकार और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से भी मध्य प्रदेश भवन बनाने के लिए अयोध्या में जमीन उपलब्ध कराने की मांग की।
इन दिनों चर्चा में चल रहे मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव जब अपनी कैबिनेट के साथ स्पेशल विमान से अयोध्या के महर्षि वाल्मीकि एयरपोर्ट पहुंचे तो उनके स्वागत के लिए अयोध्या के विधायक और सांसद सभी मौजूद थे। एयरपोर्ट के निकास द्वार पर ढोल नगाड़ों के बीच स्कृतिक नृत्य संगीत हो रहा था। हालांकि वह अपने तय कार्यक्रम से लगभग 2 घंटे विलंब से पहुंचे। एयरपोर्ट से निकलते हुए उन्होंने कहा कि कई जन्मों का पुण्य होता है तो ही आदमी अयोध्या पहुंच पाता है। अयोध्या मोक्ष प्रदान करने वाली नगरी है और यहां आकर जो आनंद आता है उसकी कल्पना नहीं की जा सकती। अयोध्या दर्शन करने आने वाले मध्य प्रदेश के लोगों के लिए मध्य प्रदेश भवन बनाने के लिए उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और यूपी सरकार से जमीन उपलब्ध कराने की भी मांग की और कहा कि वह सरयू किनारे विक्रमादित्य घाट भी बनाना चाहेंगे।
सीएम मोहन यादव ने मध्य प्रदेश और अयोध्या के बीच 2000 साल पुराने रिश्ते का भी जिक्र किया और इसी जिक्र के साथ विक्रमादित्य का भी जिक्र हुआ। उन्होंने कहा कि 2000 साल पहले विक्रमादित्य जी ने यहां आकर श्रीराम के मंदिर का जीर्णोधार कराया था और अब 500 वर्षों बाद जब श्रीराम जन्मभूमि मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा हुई है तो अयोध्या अलौकिक नगरी बन गई है। मध्य प्रदेश सरकार जनता के कल्याण के लिए काम करती रहे यही आशीर्वाद लेने वह रामलला के पास आए हैं। उन्होंने श्रीराम जन्मभूमि मंदिर निर्माण के लिए उत्तर प्रदेश वासियों को बधाई भी दी।