Wolf Attack In Bahraich: उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले में खून के प्यासे भेड़िये हर दिन गांव के लोगों को अपना शिकार बना रहे हैं। आदमखोर भेड़ियों को पकड़ने में वन विभाग की टीमें नाकाम साबित हो रही हैं। भेड़िये रोजाना किसी न किसी को अपना निवाला बना रहे हैं। अब तक भेड़ियों के हमलों में बच्चों समेत 10 लोगों की जानें जा चुकी हैं। इसी बीच गुरुवार देर रात भेड़िया ने 10 साल के बच्चे पर हमला कर दिया।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, बहराइच के मासी इलाके के यादव पुरवा गांव में 10 वर्षीय बच्चा गुरुवार रात अपने घर के दरवाजे पर खड़ा था, तभी एक भेड़िया ने अचानक से उस पर हमला कर दिया। बच्चे की चीखने की आवाज सुनते ही परिजन उसकी ओर दौड़े, शोर सुनकर भेड़िया भाग गया। वहीं, बच्चे को तुरंत जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। उसके चेहरे पर भेड़िया के नाखूनों के गहरे घाव लगे हैं।
5 साल की मासूम पर किया हमला
बीते सोमवार को देर रात एक भेड़िया ने 5 साल की बच्ची पर भी हमला कर उसे घायल कर दिया था। यह घटना महसी में पड़ोहिया के मजरा गिरधर पुरवा गांव की है। यहां एक पांच साल की मासूम अफसाना अपनी दादी सुघरा के पास बरामदे में सो रही थी। अचानक रात करीब 11:00 बजे भेड़िया ने मासूम पर हमला कर दिया।
बच्ची के चिल्लाते ही दादी ने बच्ची को पकड़ कर शोर मचाना शुरू किया। शोर सुनकर जैसे ही लोग दौड़ते कि भेड़िया भाग निकला। गांव वालों ने रात में ही भेड़िया की तलाश की, लेकिन कहीं पता नहीं चला। वहीं, रात में ही बच्ची को उसके परिजनों ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र महसी में भर्ती करवाया।
ढाई साल की मासूम को बनाया शिकार
यह घटना थाने के ग्राम गरेठी गुरुगुदत्त सिंह पुरवा गांव की है। यहां ढाई साल की मासूम को सोमवार की सुबह चार बजे भेड़िया ने अपना शिकार बना लिया था। मासूम अपनी मां के पास सो रही थी, तभी भेड़िया उसको उठा ले गया। गांव से कुछ दूरी पर उसका शव क्षत-विक्षत हालत में बरामद हुआ। बच्ची का शव देख उसके परिजनों में कोहराम मच गया।
पुलिस ने मासूम का शव बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। वहीं, जिलाधिकारी मोनिका रानी और पुलिस अधीक्षक वृंदा शुक्ला ने घटनास्थल का जायजा लिया। साथ ही, पीड़ितों को हर संभव मदद देने के निर्देश दिए थे।
3 भेड़ियों को चिड़ियाघर किया गया शिफ्ट, एक की मौत
आदमखोर भेड़ियों को पकड़ने के लिए वन विभाग की टीमें लगातार प्रयास कर रही हैं। अबतक चार भेड़ियों को पकड़ लिया गया है, जिसमें एक भेड़िये को गोरखपुर चिड़ियाघर शिफ्ट कर दिया गया। दो भेड़ियों को लखनऊ चिड़ियाघर शिफ्ट कर दिया गया, जबकि एक की मौत हो गई। वहीं, अभी भी गांव के लोगों में खूनी भेड़िए का खौफ है। आलम यह है कि लोग लाठी-डंडा लेकर रात-रात भर जगकर घरों के बाहर पहरा दे रहे हैं।
वहीं, मुख्य वन संरक्षक रेनू सिंह ने गुरुवार देर रात बहराइच के हरबख्श पुरवा गांव में चलाए गए भेड़िया सर्च अभियान का जायजा लिया। सेंट्रल जोन की मुख्य वन संरक्षक रेनू सिंह ने बताया, “भेड़ियों को पकड़ने के लिए सर्च ऑपरेशन जारी है। हमने अब तक चार भेड़ियों को पकड़ा है। दो भेड़ियों को पकड़ना अभी बाकी है। हमने उस क्षेत्र का मानचित्रण किया है, जिसमें वे बच्चों पर हमला कर रहे हैं और उन्हें तीन सेक्टरों में विभाजित किया है। थर्मल ड्रोन का उपयोग करके हम जानवरों को ट्रैक करने की कोशिश कर रहे हैं।”
CCTV कैमरे से हो रही निगरानी
जानकारी के मुताबिक, वन विभाग की टीम ने भेड़िए को पकड़ने के लिए गांव में CCTV कैमरे लगाए हैं। साथ ही ड्रोन के जरिए निगरानी की जा रही है। वहीं, PAC के 200 जवान पूरे गांव में लगातार निगरानी रख रहे हैं। इसके साथ ही वन विभाग की 25 और राजस्व विभाग की 32 टीमें लगाई गई हैं। पूरे गांव में गाड़ियों पर स्पीकर लगाकर पुलिस प्रशासन की ओर से गांव वालों को घर के अंदर रहने और दरवाजा बंद करके सोने को बोला जा रहा है।