Jammu-Kashmir Bus Accident: जम्मू कश्मीर के राजौरी जिले में गुरुवार को बड़ा हादसा हो गया। दरअसल, तीर्थयात्रियों से भरी बस यूपी के हाथरस से जम्मू-कश्मीर के शिव खोड़ी जा रही थी। इस दौरान जिले के कालीधर क्षेत्र में यह बस सड़क से फिसलकर करीब 150 फुट गहरी खाई में जा गिरी, जिस कारण इस दर्दनाक हादसे में 22 श्रद्धालुओं की मौत हो गई है, जबकि 69 लोग घायल हुए हैं। घायलों को इलाज के लिए जम्मू मेडिकल कॉलेज भेजा गया है।
हादसे पर सीएम योगी ने जताया दुख
जम्मू कश्मीर में हुए बस हादसे पर दुख व्यक्त करते हुए उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने मृतकों के परिजनों के प्रति अपनी शोक संवेदना जाहिर की है। साथ ही सीएम योगी ने मुआवजे का भी ऐलान किया है। उन्होंने मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख की सहायता राशि प्रदान करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही सीएम की ओर से हादसे में गंभीर रूप से घायलों को 50-50 हजार की मदद की घोषणा की गई है। यही नहीं सीएम योगी ने घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए प्रदेश के अधिकारियों को जम्मू कश्मीर के अधिकारियों के संपर्क में रहने के निर्देश दिए हैं। साथ ही राहत कार्य में तेजी लाने के भी निर्देश दिए हैं। सीएम के निर्देश पर मथुरा, अलीगढ़ और हाथरस की पुलिस प्रशासन की टीम राहत कार्यों की निगरानी के लिए जम्मू रवाना हो गई है।
सीएम योगी ने अपने एक्स हैंडल पर लिखा, “जम्मू-कश्मीर में एक दुर्भाग्यपूर्ण बस दुर्घटना में हुई जनहानि अत्यंत दुःखद है। इस दुर्घटना में अपने आत्मीय जनों को खोने वाले शोक संतप्त लोगों के प्रति मेरी संवेदनाएं हैं। उत्तर प्रदेश के वरिष्ठ अधिकारियों को जम्मू-कश्मीर के अधिकारियों से निरंतर संपर्क बनाए रखने के निर्देश दिए गए हैं। प्रभु श्री राम से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्माओं को अपने श्री चरणों में स्थान एवं घायलों को शीघ्र स्वास्थ्य लाभ प्रदान करें।”
जानकारी के अनुसार, जम्मू-पूंछ राष्ट्रीय राजमार्ग पर अखनूर के टूंगी मोड़ क्षेत्र में यात्रियों से भरी एक बस गहरी खाई में जा गिरी। भीषण सड़क हादसे की जानकारी लगते ही मौके पर हड़कंप मच गया। इसके बाद आनन-फानन में मामले की सूचना पुलिस को दी गई। हादसे की जानकारी लगते ही पुलिस मौके पर पहुंची और बचाव अभियान चलाते हुए सभी लोगों को बाहर निकालकर अस्पताल ले गई, जहां चिकित्सकों ने 22 लोगों को मृत घोषित कर दिया, जबकि 69 से ज्यादा लोग गंभीर रूप से घायल हैं, जिन्हें बेहतर इलाज के लिए जम्मू मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया है।