Hathras Stampede: हाथरस में 2 जुलाई को नारायण साकार विश्व हरि उर्फ भोले बाबा के सत्संग में मची भगदड़ की जांच करने वाली एसआईटी ने अपनी 300 पन्नों की जांच रिपोर्ट शासन को सौंप दी है। इस रिपोर्ट में सत्संग का आयोजन करने वाली कमेटी पर निशाना साधा गया है। साथ ही अफसरों की उदासीनता पर भी सवाल उठे हैं, लेकिन सूरजपाल उर्फ साकार विश्व हरि का जिक्र तक नहीं है।
जानकारी के मुताबिक, SIT द्वारा सौंपी गई जांच रिपोर्ट में हाथरस के डीएम आशीष कुमार, एसपी निपुण अग्रवाल से लेकर सत्संग की अनुमति देने वाले एसडीएम और सीओ सिकंदराराऊ और दो जुलाई को सत्संग की ड्यूटी में तैनात पुलिसकर्मियों के बयान भी शामिल हैं। इसके अलावा सत्संग में मृतकों के परिजनों और घायल श्रद्धालुओं के भी बयान दर्ज किए गए हैं।
सूत्रों के अनुसार, रिपोर्ट में सत्संग का आयोजन करने वाली कमेटी के द्वारा अनुमति से अधिक लोगों के बुलाने, नाकाफी इंतजाम के साथ-साथ अनुमति देने के बावजूद मौके पर अफसरों के द्वारा मुआयना नहीं करने को घटना का जिम्मेदार बताया गया है। इस एसआईटी में एडीजी आगरा जोन अनुपम कुलश्रेष्ठ और अलीगढ़ कमिश्नर चैत्रा वी शामिल थीं।
इस मामले में पुलिस ने मुख्य आरोपी और एक लाख रुपये के इनामी देव प्रकाश मधुकर को गिरफ्तार कर लिया है। इसके अलावा छह और आरोपियों की गिरफ्तारी की गई है। ये सभी आरोपी सत्संग आयोजन समिति के सदस्य थे। SIT रिपोर्ट में इन सभी का जिक्र किया गया है।
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SIT रिपोर्ट के आने के बाद क्या होगी कार्रवाई ?
एसआईटी रिपोर्ट आने के बाद जिला लेवल पर कुछ अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई हो सकती है। इसके अलावा, सेवादारों की भूमिका को देखते हुए भी उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की सिफारिश हो सकती है। कार्यक्रम के लिए बनाए जाने वाली नई SOP को लेकर भी एसआईटी रिपोर्ट के पॉइंट्स का ध्यान दिया जा सकता है।
बता दें, इस मामले में 3 सदस्यीय न्यायिक आयोग भी इस पूरे मामले में जांच कर रहा है, जिसे 2 महीने के अंदर अपनी रिपोर्ट देनी है।