उत्तर प्रदेश की राजधानी से लखनऊ से कुछ दूर मलिहाबाद के रहने वाले हाजी कलीम उल्लाह खान ने पूरी दुनिया को हैरान कर दिया। कलीम उल्लाह खान ने आम का ऐसा पेड़ लगाया है जिससे 300 से ज्यादा किस्म के फल लगते हैं। इस पेड़ से दुनियाभर के वैज्ञानिक हैरान हैं। दावा किया जा रहा है कि सभी आम अलग-अलग रंग, रूप, आकार के होने के साथ-साथ उनका स्वाद भी अलग होगा। भारत के इस पेड़ को देखकर जापान और अमेरिका के वैज्ञानिक हैरान हैं। इस पेड़ के जन्मदाता कलीम उल्लाह खान को साल 2008 में तत्कालीन राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल ने पद्मश्री सम्मान से भी नवाजा जा चुका है।
मीडिया से बात करते हुए कलीम उल्लाह खान ने बताया कि साल 2023 में उन्होंने आमों के ऊपर एक प्रयोग किया था। कई आमों की गुठली ली और जमीन में बो दिया। कुछ ही दिनों में आम का हरा पौधा जमीन पर दिखने लगा। देखते ही देखते कुछ ही महीनों में पौधा पेड़ बन गया। इस पेड़ पर लगने वाले आम एकदम अलग हैं। सबका स्वाद अलग है, सबका रंग-रूप अलग है।
कलीम उल्लाह खान अभी तक अपने जीवन में लाखों पेड़ उगा चुके हैं। कई सारे आमों पर वो अलग-अलग प्रयोग कर चुके हैं और उनके द्वारा किए गए सारे प्रयोग सफल रहे हैं। वह बताते हैं कि सातवीं क्लास तक पढ़ाई की और उसके बाद फेल हो गए। फिर अपनी पूरी जिंदगी नए तरह के आम उगाने और पेड़ों को लगाने में लगा दी।
राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल ने पद्मश्री सम्मान से नवाजा
राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल ने हाजी कलीम उल्लाह खान (मैंगों मैन) को 2008 में पद्मश्री सम्मान से सम्मानित किया था। उनको यह सम्मान बागवानी में उनके योगदान के लिए दिया गया था।
मलिहाबाद में रहने वाले हाजी कलीम उल्ला खां ने अपनी नर्सरी में तरह-तरह की किस्म के आम के पेड़ लगाए हैं। अब जब इन पर फल आने लगा है, तो उन्होंने इनका नाम नेताओं और फ्रंटलाइन वर्कर्स ने नाम पर रख दिया है। उनकी नर्सरी में मोदी आम, योगी आम, सोनिया आम इन दिनों चर्चा का विषय बने हुए हैं। यही नहीं उनके बाद में डॉक्टर मैंगो भी मौजूद हैं।