Lucknow: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में सिरफिरे आशिक का युवती को परेशान करने का मामला सामने आया है। इतना ही नहीं, सिरफिरे आशिक ने कार से जा रही युवती को टक्कर भी मारी, जिसमें 8 लोग घायल हो गये। थाने में शिकायत करने के बाद भी कोई एक्शन नहीं लिया गया।
क्या है पूरा मामला ?
पीड़िता ने बताया कि आरोपी पिछले 1 साल से मुझे परेशान कर रहा था। रास्ते में जाने पर भद्दे कमेंट करता था। बदनाम करने की धमकी देता था। मैं इतना डर गयी थी कि घर से निकलना बंद कर दिया था। सोमवार (9 अगस्त) को पीड़िता अपने दोस्त और भाई के साथ कहीं जा रही थी, तभी अचानक मैंने देखा कि आरोपी मेरा पीछा कर रहा है, जिसके बाद उसने अपने डाला से मेरी गाड़ी को टक्कर मारा और गाड़ी को कुचलने की कोशिश की। इस घटना में 8 लोग घायल हो गए। आरोपी का नाम विनय द्विवेदी है। आरोपी रहीमाबाद के गांव अटेरा का रहने वाला है और वो डाला चलाता है।
शिकायत करने के बाद भी पुलिस ने नहीं लिया कोई एक्शन
पीड़िता ने बताया कि आरोपी की शिकायत मैंने कई बार थाने में कराई, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गयी। पुलिस को प्रार्थना पत्र भी दिया, जिसमें मैंने बताया कि आरोपी 1 साल से मेरा पीछा कर रहा है। अपने साथ चलने को कहता है। बदनाम करने की धमकी देता है। आगे चल कर मुझे कुछ भी होता है तो उसका जिम्मेदार विनय द्विवेदी होगा, लेकिन फिर भी पुलिस ने कोई कार्रवाई नही की।
पीड़िता ने विनय और उसके साथी दीपू के खिलाफ 29 मई को थाने में शिकायत दर्ज कराई थी, लेकिन फिर भी आरोपी को अरेस्ट नहीं किया गया। 26 जुलाई और 7 अगस्त को मैंने रहीमाबाद थाने में प्रार्थना पत्र दिया, लेकिन कोई एक्शन नही लिया गया, जिसके बाद मैंने 9 अगस्त को आईजीआरएस में आरोपी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई, तब आरोपी के खिलाफ मामूली सी धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया।
पुलिस की लापरवाही, रेलवे की ओर से की गयी शिकायत दर्ज
पीड़िता ने बताया कि अगर समय पर आरोपी के खिलाफ कार्रवाई की जाती तो बात यहां तक नहीं बढ़ती। इतना ही नहीं, आरोपी ने हमें डाला से टक्कर मारा, तब भी पुलिस ने घटना को एक्सीडेंट बता दिया और आरोपी पर कोई कार्रवाई नहीं की। पुलिस आरोपी को बचाने की कोशिश कर रही है।
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रेलवे की ओर से आरोपी पर मामूली से एक्सीडेंट के केस में एफआई दर्ज की गई और आरोपी को अरेस्ट किया गया। इस घटना ने तूल पकड़ा, तब जाकर रहीमाबाद एसओ अनुभव सिंह ने आरोपी को हत्या का प्रयास करने के लिए अरेस्ट कर जेल भेज दिया।
पूरा परिवार जा रहा था घर
पीड़िता के पति ने बताया कि वे रहीमाबाद के रहने वाला है। वे अपनी कार से पत्नी और दोस्त मोनू सिंह के साथ घर जा रहे थे, तभी रहीमाबाद क्रासिंग पर आरोपी ने अपनी डाला से तेज रफ्तार से आकर मुझे टक्कर मार दी।
पुलिस ने बताया कि पीड़िता आरोपी की पत्नी थी, लेकिन वो अब महेंद्र के पास चली गई और उसी के साथ रहती है, जिस कारण आरोपी की महेंद्र सिंह से दुश्मनी हो गयी। घटना वाले दिन आरोपी महेंद्र के पूरे परिवार को जान से मारना चाहता था। आरोपी ने महेंद्र को फंसाने के लिए खुद के हाथ में गोली भी मारी थी और पुलिस को झूठी घटना बताने पर जेल भी गया था।