Mahakumbha 2025: संगमनगरी प्रयागराज में अगले साल की शुरुआत में होने जा रहे महाआयोजन महाकुंभ 2025 को भव्य और दिव्य बनाने के लिए योगी सरकार तैयारियों में जुटी हुई है। महाकुंभ में सुरक्षा, सुविधा और स्वच्छता के साथ-साथ महाकुंभ की सुंदरता को लेकर कार्य किया जा रहा है। महाकुंभ से पहले ही प्रयागराज को दुल्हन की तरह सजा दिया जाएगा। पूरे शहरी इलाके के सौंदर्यीकरण के लिए काम भी शुरू हो गया है। जगह-जगह ग्रीन बेल्ट, हॉर्टिकल्चर, थीमैटिक डेवलपमेंट समेत सैकड़ों स्तंभ स्थापित किए जाएंगे। महाकुंभ के आयोजन के दौरान जब श्रद्धालु प्रयागराज पहुंचेंगे तो यहां की आभा देखकर न सिर्फ दंग रह जाएंगे, बल्कि पूरी तरह धार्मिक आस्था के रंग में रंग जाएंगे।
सीएम योगी ने दिए निर्देश
सीएम योगी (CM yogi Adityanath) ने हाल ही में प्रयागराज महाकुंभ की तैयारियों की समीक्षा करते हुए अलग-अलग विभाग के सभी अधिकारियों को जरूरी दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने महाकुंभ की स्वच्छता, सुविधा और सुरक्षा के लिए हर संभव प्रयास करने को कहा। सीएम योगी के मुताबिक, महाकुंभ 2025 पूरे विश्व को सनातन भारतीय संस्कृति से अवगत कराने का खास मौका है। यह न केवल उत्तर प्रदेश, बल्कि भारत की ग्लोबल ब्रांडिंग का जरिया बनेगा। सीएम योगी ने निर्देश दिए कि महाकुंभ भारत की प्राचीन संस्कृति का प्रतीक है। कुंभ से जुड़े कथानक, सनातन संस्कृति के प्रतीकों आदि को चित्रित किया जाए। चौराहों पर कुंभ के लोगो लगाए जाने चाहिए।
सभी मार्ग पर ग्रीन बेल्ट का निर्माण
प्रयागराज में 38 जंक्शन का सौंदर्यीकरण कार्य प्रगति पर है। प्रयागराज मेला प्राधिकरण द्वारा एजेंसी आबद्ध करके ट्रैफिक डेंसिटी एनालिसिस के प्रयोग से स्टडी करके डिजाइन तैयार किया गया है। इसके साथ ही 5 साल के मेंटीनेंस के साथ ग्रीन बेल्ट और स्कल्प्चर्स की स्थापना की जाएगी। कुल मिलाकर 19 जंक्शन पीडीए द्वारा, 15 जंक्शन पीडब्ल्यूडी और 2 जंक्शन का निर्माण सेतु निगम द्वारा किया जा रहा है।
वहीं, दूसरी तरफ शहरी मार्गों का भी सौंदर्यीकरण किया जा रहा है। इसके चलते 38 शहरी मार्गों (75 किलोमीटर) का सौंदर्यीकरण किया जाएगा। मेला प्राधिकरण द्वारा 8 आर्किटेक्ट सभी मार्ग पर ग्रीन बेल्ट, हॉर्टिकल्चर, लैंड स्केपिंग डेवलपमेंट, थीमैटिक डेवलपमेंट और गैप एनालिसिस पूरा किया जा रहा है। कुल 36 मार्ग पीडीए द्वारा और 2 मार्ग का सौंदर्यीकरण पीडब्ल्यूडी द्वारा किया जा रहा है।
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4 थीमैटिक गेट का भी प्रस्ताव
इसके अलावा, लगभग 10 लाख वर्गफीट पर स्ट्रीट आर्ट और दीवारों पर कलाकृतियां बनाई जाएंगी। इसमें 5 लाख वर्गफीट कुंभ मेला मद से और 5 लाख वर्गफीट एनएमसीजी मद से प्रयागराज मेला प्राधिकरण द्वारा कार्य किया जाएगा। साथ ही, 4 थीमैटिक गेट बनाए जाएंगे। इन थीमैटिक गेट के नाम सरस्वती द्वार, शिव द्वार, गंगा द्वार और यमुना द्वार रखा जाएगा। साथ ही 108 स्तंभों का भी निर्माण होगा। इन्हें, नदी के किनारे की सड़कों, विषयगत द्वारों और स्थलों पर स्तंभों का प्रस्ताव किया जा रहा है। भारद्वाज आश्रम में 8 नग, 4 विषयगत द्वार में 48 नग और रिवर फ्रंट रोड में 52 नग स्थापित किए जाएंगे।