संगमनगरी प्रयागराज में महाशिवरात्रि के मौके पर जहां लाखों श्रद्धालू आस्था की डूबकी लगा लगा रहे हैं वही बिस्कुट से बना केदारनाथ मॉडल लोगों के लिए आर्कषण का केंद्र बना हुआ है। मंदिर के मॉडल को 5000 बिस्कुटों से बनाया गया है। इसे इलाहाबाद युनिवर्सिटी के फआइन आर्ट्स डिपार्टमेंट के अजय गुप्ता ने अपनी टीम के साथ 4 दिनों की कड़ी मशक्कत के बाद बनाया है।
बिस्कुट से बने केदारनाथ मॉडल को देखने के लिए दूर-दूर से लोग भी पहुंच रहे हैं। लोगों का कहना है कि बिस्कुट से बना केदारनाथ धाम मॉडल उन्होने पहली बार देखा है। महाशिवरात्रि के मौके पर संघम घाट पर केदरानाथ धाम का दर्शन उनके लिए सौभाग्य की बात है। बिस्कुटों से बना केदारनाथ का स्वरूप उनके लिए बिल्कुल नया है शायद यही वजह है कि देशभर से प्रयागराज पहुंच रहे लोग बिस्कुट से बने केदारनाथ मॉडल को देखने के साथ साथ इसको बनाने वाले कलाकार की भी तारीफ कर रहे हैं।
आपको बता दें कि उत्तराखण्ड में मौजूद केदारनाथधाम चारधाम में शामिल है। शिव जी के इस धाम का इतिहास भगवान विष्णु के नर नारायण, पांडव और शंकराचार्य से जुड़ा हुआ है। कहा जाता है कि पुराने समय में बद्रीवन में भगवान विष्णु के नर नारायण अवतार शिवलिंग बनाकर यहां रोज पूजा किया करते थे जिससे प्रसन्न होकर होकर शिव ने यहां अवतार लिया। शिव जी ने नर नारायण से वरदान मांगने के लिए कहा तो नर नाराण ने ये वरदान मांगा कि शिव जी हमेशा यही रहें ताकि बाकि भक्त और श्रद्धालु उनके दर्शन कर सके। इसके बाद शिव जी यही रहे और ये क्षेत्र केदारनाथ धाम से प्रसिद्ध हो गया। केदारनाथ मंदिर उत्तराखण्ड के रूद्रप्रयाग जिले में है।