Yogi Government: उत्तर प्रदेश में पद के दुरुपयोग, काम में लापरवाही और भ्रष्टाचार के खिलाफ योगी सरकार ने जीरो टोलरेंस की नीति अपनाते हुए चकबंदी विभाग के करीब दो दर्जन अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की है।
चकबंदी आयुक्त जीएस नवीन ने बताया कि हाल ही में समीक्षा बैठक में कई अधिकारियों के काम में अनियमितता, लापरवाही और भ्रष्टाचार में लिप्त गतिविधियां पायी गई। इसकी रिपोर्ट सीएम योगी को भेजी गई, जिस पर सभी अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिये गए।
पेंशन में 20 प्रतिशत कटौती
चकबंदी आयुक्त ने बताया कि आठ मंडल प्रयागराज, वाराणसी, मीरजापुर, आजमगढ़, गोरखपुर, बस्ती, अयोध्या और देवीपाटन के चकबंदी अधिकारियाें के खिलाफ कार्रवाई की गई।
इनमें बरेली के पवन कुमार सिंह, हरदोई के श्रीप्रकाश चंद्र उत्तम, ललितपुर के राकेश कुमार, उन्नाव के सुरेश कुमार सागर, चित्रकूट के मनोहर लाल और जौनपुर के स्वतंत्र वीर सिंह यादव को चकबंदी कार्यों में एक्सपेक्टेड प्रोग्रेस न होने पर जवाब तलब किया गया है।
वहीं, प्रतापगढ़ के उप संचालक चकबन्दी/मुख्य राजस्व अधिकारी राकेश कुमार गुप्ता को पर्यवेक्षणीय दायित्व का निर्वहन न करने पर स्पष्टीकरण मांगा है।
गोरखपुर के उप संचालक चकबन्दी अधिकारी राज नारायण त्रिपाठी के खिलाफ कार्य की प्रगति संबंधी सूचना न देने पर पद से हटाने के लिए नियुक्ति विभाग को पत्र लिखा गया है।
वहीं, सेवानिवृत्त सहायक चकबंदी अधिकारी रमेश पाल सिंह राणा के सेवाकाल में अनियमितता पर पेंशन में 20 प्रतिशत कटौती करने का प्रस्ताव शासन को भेजा गया है।
लापरवाही पर बंदोबस्त अधिकारी निलंबित
चकबंदी आयुक्त जीएस नवीन ने बताया कि कुशीनगर के बन्दोबस्त अधिकारी चकबन्दी संतोष कुमार को कार्य में लापरवाही पर निलंबित कर दिया गया। साथ ही, विभागीय कार्रवाई के लिए शासन को पत्र लिखा गया है।
इसके अलावा, वाराणसी के बन्दोबस्त अधिकारी चकबन्दी पवन कुमार सिद्धू को धारा-52 में लक्षित ग्राम अजगरा का कार्य पूर्ण न करने और स्थानान्तरित चकबन्दी लेखपालों को अवमुक्त न करने के कारण वेतन करने के साथ अनुशासनिक कार्रवाई की गई।
इसके साथ ही कार्य में लापरवाही करने पर शाहजहांपुर, मीरजापुर, गोरखपुर और देवरिया के बन्दोबस्त अधिकारी चकबन्दी मोहन लाल तत्कालीन, नरेंद्र सिंह, शशिकांत शुक्ला और पवन पांडेय के खिलाफ अनुशासनिक कार्रवाई की गई।
इतना ही नहीं, बाराबंकी के चकबंदी अधिकारी शिव नारायन गुप्ता, कनौज के बन्दोबस्त अधिकारी चकबन्दी धमेंद्र सिंह और बाराबंकी के कनिष्ठ सहायक उमाशंकर को जांच में अनियमितता पर अनुशासनिक कार्रवाई की गई।
फतेहपुर के गांव ललौती का कार्य लक्ष्य के अनुसार पूरा न होने पर सहायक चकबंदी अधिकारी महेन्द्र सिंह का वेतन रोक दिया गया। साथ ही स्पष्टीकरण मांगा गया है।
वहीं, बलरामपुर के सहायक चकबंदी अधिकारी संदीप यादव द्वारा गांव मस्जीदिया का कार्य पूरा न करने पर अनुशासनिक कार्रवाई की गई।
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चकबन्दीकर्ता, चकबन्दी लेखपाल को निलंबित करने के निर्देश
प्रयागराज के गांव राजेपुर सराय अरजानी और प्रतापगढ़ के ग्राम धीमी का कार्य लक्ष्य के अनुसार पूरा न होने पर संबंधित सहायक चकबन्दी अधिकारी के खिलाफ अनुशासनिक कार्रवाई की गई।
जौनपुर के गांव तियरा का काम पूरा न होने पर सहायक चकबंदी अधिकारी संजय मौर्य के खिलाफ अनुशासनिक कार्रवाई की गई। साथ ही, चकबन्दीकर्ता, चकबन्दी लेखपाल को चिन्हित कर निलंबित कर विभागीय कार्रवाई के निर्देश दिये गए।
आजमगढ़ के ग्राम महुआ का कार्य पूर्ण न होने पर संबंधित सहायक चकबन्दी अधिकारी का स्पष्टीकरण एवं चकबन्दीकर्ता, चकबन्दी लेखपाल का उत्तरदायित्व निर्धारित करते हुए अनुशासनिक कार्यवाही के निर्देश दिये गए।