Awadhesh Prasad Took A Jibe At CM Yogi Adityanath: समाजवादी पार्टी के सांसद अवधेश प्रसाद ने सोमवार को योगी आदित्यनाथ पर कटाक्ष करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री पिछले एक महीने से समाजवादी पार्टी और पीडीए के खिलाफ कोई बयान नहीं दे पा रहे हैं, क्योंकि वह उनसे आशंकित हैं।
बता दें कि यह टिप्पणी आदित्यनाथ द्वारा अखिलेश यादव के नेतृत्व वाली पार्टी पर समाज के कमजोर वर्गों के खिलाफ अराजकता और हिंसा फैलाने का आरोप लगाने के बाद आई है।
सपा और पीडीए से इतना डरे हुए हैं सीएम योगी: अवधेश प्रसाद
अवधेश प्रसाद ने कहा कि पिछले एक महीने से सीएम योगी आदित्यनाथ सपा और पीडीए से इतना डरे हुए हैं कि उन्हें यह भी समझ में नहीं आ रहा है कि वह हमारे बारे में क्या बयान दें। सच्चाई यह है कि बाबासाहेब अंबेडकर के संविधान द्वारा प्रदत्त मौलिक अधिकारों की रक्षा के लिए समाजवादी पार्टी हमेशा से लड़ती रही है।
संविधान के प्रावधानों को खत्म करना चाहती है भाजपा: अवधेश प्रसाद
समाजवादी सांसद ने आगे आरोप लगाया कि भाजपा संविधान के प्रावधानों को खत्म करने, आरक्षण को खत्म करने की मंशा रखती है। उनकी यह मंशा सफल नहीं होगी। पीडीए इसके लिए पूरी तरह तैयार है। शायद इसीलिए मुख्यमंत्री समाजवादी पार्टी पर बेतुके बयान देते हैं। लेकिन प्रदेश में केवल सपा और पीडीए ही ऐसी पार्टी है जो जनता के मुद्दों, लोगों के सम्मान और देश-प्रदेश के विकास के बारे में सोचती है।
साधु के आचरण का पालन करते हुए बोलें मुख्यमंत्री: अवधेश प्रसाद
अवधेश प्रसाद ने कहा कि भाजपा की डबल इंजन सरकार के कारण कानून-व्यवस्था की जो स्थिति है और जंगलराज है, उसके बारे में मुख्यमंत्री नहीं सोचते। इस बारे में सोचने की उनकी नीयत नहीं है। इसलिए मैं उनसे आग्रह करना चाहूंगा कि वे एक मुख्यमंत्री, एक साधु के आचरण का पालन करते हुए बोलें।
माफिया और अपराधियों का प्रोडक्शन हाउस बन गई है सपा: सीएम योगी
रविवार को सीएम योगी ने मझवां में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा था कि सपा माफिया और अपराधियों का प्रोडक्शन हाउस बन गई है। अखिलेश यादव इन अपराधियों के सीईओ हैं और शिवपाल यादव उनके प्रशिक्षक हैं। उन्होंने कहा कि ये माफिया और अपराधी लोगों की संपत्ति हड़पने के लिए हैं। वे कमजोर वर्गों को नुकसान पहुंचाना चाहते हैं और महिलाओं की गरिमा का हनन करना चाहते हैं।
नौ विधानसभा सीटों पर हो रहे हैं उपचुनाव
उत्तर प्रदेश में उपचुनाव नजदीक आते ही दोनों दलों के बीच राजनीतिक जंग तेज हो गई है। कानपुर की सीसामऊ, अंबेडकर नगर की कटेहरी, मुरादाबाद की कुंदरकी, गाजियाबाद की गाजियाबाद, मैनपुरी की करहल, मिर्जापुर की मझवां, प्रयागराज की फूलपुर, अलीगढ़ की खैर और मुजफ्फरनगर की मीरापुर समेत नौ विधानसभा सीटों पर 20 नवंबर को उपचुनाव हो रहे हैं। वोटों की गिनती 23 नवंबर को होगी।