UP By-Election: लोकसभा चुनाव के नतीजे सामने आने के बाद उत्तर प्रदेश में राजनीतिक माहौल गरमाया हुआ है। इसी बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ यूपी की 10 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव को लेकर तैयारियों में जुटे हैं। सीएम योगी ने आज यानी बुधवार को आगामी विधानसभा उपचुनाव को लेकर अहम बैठक बुलाई है, जहां सीएम मंत्रियों से चुनाव की तैयारियों के संबंध में चर्चा करेंगे।
जानकारी के मुताबिक, मुख्यमंत्री आवास पर होने वाली ये बैठक बेहद अहम मानी जा रही है। बैठक में सीएम योगी मंत्रियों से चुनाव की तैयारियों के संबंध में फीडबैक लेंगे और आगे की रणनीति पर चर्चा करेंगे। वहीं, इससे पहले सीएम योगी ने उपचुनाव को लेकर 30 जून को अपने मंत्रिमंडल के साथ बैठक की थी। बैठक में योगी ने 10 सीटों पर होने वाले उपचुनाव में मंत्रियों की ड्यूटी लगाई थी।
भाजपा के लिए मुश्किल सीटें
करहल- करहल विधानसभा सीट से अखिलेश यादव विधायक थे, लेकिन अब वह कन्नौज से सांसद हैं। वहीं, अखिलेश यादव इस सीट से अपने भतीजे तेजप्रताप को लड़ाने की तैयारी में हैं।
मिल्कीपुर- अयोध्या की मिल्कीपुर विधानसभा ऐसी सीट है, जहां 9 बार से अवधेश प्रसाद विधायक रहे हैं और इस बार सांसद बने हैं। समाजवादी पार्टी उनके बेटे अजीत प्रसाद को चुनाव लड़ा सकती है।
सीसामऊ- कानपुर की सीसामऊ सीट समाजवादी पार्टी के विधायक इरफान सोलंकी को सजा होने से खाली हुई है। यह समाजवादी पार्टी की मजबूत सीटों में से एक है। इस बार सपा इरफान सोलंकी के परिवार से किसी को टिकट दे सकती है।
कुंदरकी- मुरादाबाद की कुंदरकी सीट संभल लोकसभा सीट के अंतर्गत आती है। यहां मुस्लिम बहुसंख्यक होने की वजह से यह सीट समाजवादी पार्टी की गढ़ मानी जाती है। जियाउर रहमान बर्क यहां से विधायक थे। वह इस बार संभल सीट से सांसद चुने गए हैं। इस बार यहां से भाजपा मुस्लिम उम्मीदवार उतार सकती है।
कटहरी- कटहरी अंबेडकरनगर की सीट है, जहां से समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और विधायक लालजी वर्मा विधायक थे। इस बार अंबेडकर नगर से सपा के सांसद बन गए। अब लालजी वर्मा अपनी बेटी छाया वर्मा को यहां से चुनाव लड़ाना चाहते हैं और ये सीट भी बीजेपी के लिए मुश्किल सीटों में से एक है।
मीरापुर– मुजफ्फरनगर की मीरापुर सीट जीतना भी बीजेपी के लिए आसान नहीं है। 2022 में आरएलडी, सपा गठबंधन ने यह सीट जीती थी। चंदन चौहान सपा और आरएलडी के गठबंधन में जीतकर विधायक बने थे। इस बार बीजेपी-आरएलडी गठबंधन से बिजनौर से सांसद हो गए हैं, लेकिन यह सीट मुस्लिम बहुसंख्यक होने की वजह से बीजेपी के लिए आसान नहीं है।
फूलपुर- फूलपुर विधानसभा से 2022 में बीजेपी जीती थी, जहां से प्रवीण पटेल विधायक निर्वाचित हुए थे, लेकिन इस बार भाजपा ने प्रवीण पटेल को फूलपुर से सांसदी तो जीत ली, लेकिन प्रवीण फूलपुर की विधानसभा से हार गए।
बता दें, यूपी की 10 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने हैं। जिन 10 सीटों पर उपचुनाव होने हैं, उनमें मिल्कीपुर, कटेहरी, फूलपुर, मझवां, ग़ाज़ियाबाद सदर, मीरापुर, खैर, कुंदरकी, करहल और सीसामऊ शामिल हैं। इन दस सीटों में से 5 सीटों पर सपा का कब्जा था। बची हुई 5 में से बीजेपी के पास 3, निषाद पार्टी और आरएलडी के पास एक-एक सीट थी।